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NDA में शामिल होंगे ओमप्रकाश राजभर!

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Published : Jun 18, 2021, 8:53 AM IST

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर एक तरफ जहां अपने 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' का प्रचार-प्रसार करने में जुटे हैं तो वहीं दूसरी तरफ उनके भाजपा के साथ फिर से आने के संकेत मिल रहे हैं. योगी सरकार में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला का कहना है कि ओमप्रकाश राजभर पुनः बीजेपी के साथ आएंगे.

सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर

बलिया: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं. योगी सरकार में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर बड़ा बयान दिया है. राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर पुनः बीजेपी के साथ आएंगे. उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर सदन के सदस्य हैं तो हमारी बातचीत उनसे होती रहती है. राजनीति में संवाद कभी रुकना नहीं चाहिए. कभी भी कोई भी साथ आ सकता है.

राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने दिया बयान.

बता दें कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार में ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया था, लेकिन आए दिन वह सरकार हमला बोलते रहते थे. कभी मोदी तो कभी योगी सरकार पर उनका जुबानी हमला लगातार जारी रहता था. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा से गठबंधन खत्म कर लिया और योगी सरकार से भी अलग हो गए.

वहीं उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं. ओम प्रकाश राजभर ने 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' बनाया है, जिसमें छोटे-छोटे दल शामिल हैं. इसकी अगुवाई खुद ओम प्रकाश राजभर कर रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी इस मोर्चा में शामिल हैं. कुछ महीनों पहले बलरामपुर जिले में 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' की एक जनसभा हुई थी, जिसमें भाग लेने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था कि यूपी में विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी ओमप्रकाश राजभर की लीडरशिप में लड़ेगी.

वहीं बीते बुधवार 16 जून को बलिया जिले में आए ओमप्रकाश राजभर अपने केंद्रीय कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि बीजेपी डूबती हुई नैया है. कौन इन पर सवार होने जा रहा है. जब वोट लेना होता है तो पिछड़े-दलित इनको याद आते हैं. जब सरकार बन जाती है तो उनको किनारे लगा देते हैं. बीजेपी अब वो बीजेपी नहीं रही है. इसका अब तीन नाम है. (1) भारतीय झूठ पार्टी (2) भारतीय जुमला पार्टी और (3) भारतीय जुगाड़ू पार्टी.

एक तरफ जहां ओमप्रकाश राजभर बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार के राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला का बयान इस बात का भी संकेत दे रहा है कि कहीं पिछले दरवाजे से ओमप्रकाश राजभर बीजेपी के संपर्क में तो नहीं हैं. यह तो कहा ही जाता है कि राजनीति में कुछ भी संभव नहीं है और विधानसभा चुनाव नजदीक आते-आते अभी बहुत कुछ देखने को मिल सकता है.

ओमप्रकाश राजभर 30 वर्षों से राजनीति में हैं. चार साल पहले हमारे साथ आए और बीजेपी के समर्थन से उनके चार विधायक बने और उन्हें मंत्री बनाया गया. ओमप्रकाश राजभर खुद आकलन करेंगे कि किसके साथ रहकर वो अपने लिए और अपने समाज के लिए काम करेंगे. भाजपा से ही उनको ताकत मिली है और वो आगे भी भाजपा के साथ आएंगे.
-आनन्द स्वरूप शुक्ला, राज्यमंत्री

बलिया: विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही उत्तर प्रदेश में सियासी सरगर्मियां शुरू हो गई हैं. योगी सरकार में राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को लेकर बड़ा बयान दिया है. राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने कहा कि ओमप्रकाश राजभर पुनः बीजेपी के साथ आएंगे. उन्होंने कहा कि ओमप्रकाश राजभर सदन के सदस्य हैं तो हमारी बातचीत उनसे होती रहती है. राजनीति में संवाद कभी रुकना नहीं चाहिए. कभी भी कोई भी साथ आ सकता है.

राज्यमंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने दिया बयान.

बता दें कि सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने 2017 का विधानसभा चुनाव बीजेपी के साथ मिलकर लड़ा था. योगी आदित्यनाथ की अगुवाई वाली सरकार में ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया था, लेकिन आए दिन वह सरकार हमला बोलते रहते थे. कभी मोदी तो कभी योगी सरकार पर उनका जुबानी हमला लगातार जारी रहता था. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा से गठबंधन खत्म कर लिया और योगी सरकार से भी अलग हो गए.

वहीं उत्तर प्रदेश में 2022 का विधानसभा चुनाव नजदीक है. ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां तैयारियों में जुट गई हैं. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर भी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं. ओम प्रकाश राजभर ने 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' बनाया है, जिसमें छोटे-छोटे दल शामिल हैं. इसकी अगुवाई खुद ओम प्रकाश राजभर कर रहे हैं. ऑल इंडिया मजलिस-ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी इस मोर्चा में शामिल हैं. कुछ महीनों पहले बलरामपुर जिले में 'भागीदारी संकल्प मोर्चा' की एक जनसभा हुई थी, जिसमें भाग लेने एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी पहुंचे थे. यहां उन्होंने कहा था कि यूपी में विधानसभा चुनाव उनकी पार्टी ओमप्रकाश राजभर की लीडरशिप में लड़ेगी.

वहीं बीते बुधवार 16 जून को बलिया जिले में आए ओमप्रकाश राजभर अपने केंद्रीय कार्यालय पर एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा था कि बीजेपी डूबती हुई नैया है. कौन इन पर सवार होने जा रहा है. जब वोट लेना होता है तो पिछड़े-दलित इनको याद आते हैं. जब सरकार बन जाती है तो उनको किनारे लगा देते हैं. बीजेपी अब वो बीजेपी नहीं रही है. इसका अब तीन नाम है. (1) भारतीय झूठ पार्टी (2) भारतीय जुमला पार्टी और (3) भारतीय जुगाड़ू पार्टी.

एक तरफ जहां ओमप्रकाश राजभर बीजेपी पर लगातार हमलावर हैं तो वहीं दूसरी तरफ योगी सरकार के राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ला का बयान इस बात का भी संकेत दे रहा है कि कहीं पिछले दरवाजे से ओमप्रकाश राजभर बीजेपी के संपर्क में तो नहीं हैं. यह तो कहा ही जाता है कि राजनीति में कुछ भी संभव नहीं है और विधानसभा चुनाव नजदीक आते-आते अभी बहुत कुछ देखने को मिल सकता है.

ओमप्रकाश राजभर 30 वर्षों से राजनीति में हैं. चार साल पहले हमारे साथ आए और बीजेपी के समर्थन से उनके चार विधायक बने और उन्हें मंत्री बनाया गया. ओमप्रकाश राजभर खुद आकलन करेंगे कि किसके साथ रहकर वो अपने लिए और अपने समाज के लिए काम करेंगे. भाजपा से ही उनको ताकत मिली है और वो आगे भी भाजपा के साथ आएंगे.
-आनन्द स्वरूप शुक्ला, राज्यमंत्री

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