बलिया : जिले में असलहा कारोबारी नंदलाल गुप्ता ने सूदखाेराें से परेशान हाेकर आत्महत्या कर ली थी. गुरुवार काे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने परिजनाें से मिलकर शाेक संवेदना जताई. इस दौरान सपा मुखिया सूबे की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. कहा कि सूदखोरों का ऑर्गनाइज्ड धंधा भाजपा की ओर से चलाया जा रहा है. भाजपा का बुलडोजर इन सूदखोरों को वही सजा दे, जैसा प्रदेश में बाकियों को दिया जा रहा है.
जिले में तीन स्थानों पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गए. रसड़ा के मुड़ेरा में पूर्व विधायक रामइकबाल सिंह के घर जाकर उनसे मुलाकात की. इसके बाद टीडी कालेज के मैदान में हेलीकॉप्टर से उतरे और आत्महत्या करने वाले असलहा कारोबारी स्व नंदलाल गुप्ता के परिजनों से मिले. वहां से वे अपनी पार्टी के युवा संगठन में पदाधिकारी रहे छात्रनेता स्व. मनीष दूबे मनन के घर भी गए. वापस टीडी कालेज के मैदान में आकर अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बातचीत की.
इस दौरान सपा मुखिया ने कहा कि मैं स्व. नंदलाल गुप्ता की मां व पत्नी से मिला. जिस प्रकार से पैसों का कारोबार चल रहा है, यह पूरी तरह से सूदखोरी है. इन आरोपियों पर अभी तक बुलडोजर नहीं चलने से साफ होता है कि आरोपी भाजपा से मिले हुए हैं. उन्होंने कहा कि सूदखोरों का हिसाब-किताब बहुत अलग है. पता नहीं कितना पैसा वसूलते हैं. घर में घुस आएंगे. मुझे एक ऐसा व्यापारी भी मिला, जिसकी पिटाई की गई है. उसके कान में चोट है. यहां सूदखोरों द्वारा ऑर्गनाइज्ड धंधा भारतीय जनता पार्टी की शह पर चलाया गया है.
सपा मुखिया ने कहा कि लोगों से बात करने पर जानकारी मिली है कि भाजपा के लोगों को इससे मुनाफा मिलता है. पीड़ित परिवार की मांग है कि पत्नी को सरकारी नौकरी व 50 लाख की मदद मिले, जिनकी प्रॉपर्टी रजिस्ट्री हुई है, उन्हें कैंसिल किया जाए. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य पर भी हमला बाेला. कहा कि यह लड़ाई 5 पांच हजार साल पुरानी है. योगी जी जवाब नहीं देना चाहते. अपने असिस्टेंट को आगे करते हैं. बीजेपी सरकार में माफियाओं और सूदखोरों का बोलबाला है.
बलिया तक इन्वेस्टमेंट लाना होगा मुश्किल : अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि यह सूदखोरी का व्यापार यदि इन्वेस्टर मीट में चला जाएगा तो बलिया में कोई उद्योगपति उद्योग नहीं लगाएगा. बलिया तक इन्वेस्टमेंट लाना बहुत मुश्किल हो जाएगा. बिना बीजेपी और सूदखोरों की साठगांठ के यह कारोबार नहीं चल सकता है. कहा कि पुलिस कस्टडी में सबसे ज्यादा मौतें यूपी में हुई हैं. कानपुर में एक व्यक्ति को मार-मार कर उसकी जान ले ली. उसकी पत्नी को भी सरकारी नौकरी नहीं दी. सदन में नंदलाल गुप्ता मामले के अलावा पुलिस कस्टडी में हो रही मौतों का मुद्दा उठाऊंगा.
इस दौरान पूर्व मंत्री रामगोविन्द चौधरी, राजीव राय, सनातन पाण्डेय, पूर्व मंत्री अम्बिका चौधरी, पूर्व मंत्री नारद राय, विधायक मो. रिजवी, विधायक संग्राम सिंह यादव, विधायक जयप्रकाश अंचल, सपा जिलाध्यक्ष राजमंगल यादव, तारकेश्वर मिश्र,पूर्व विधायक मंजू सिंह, जिला प्रवक्ता सुशील पाण्डेय कान्हजी, संजय उपाध्याय, लक्ष्मण गुप्ता, यशपाल सिंह,आनन्द चौधरी ब्यासजी गोड़, अरविंद गिरी आदि थे.
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