बलिया: वाराणसी के बाद बलिया के डाकघर में लाखों रुपए की अनियमितता सामने आने से हड़कम्प मच गया. जिले की बांसडीह तहसील के हुसैनाबाद डाकघर में कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से खाताधारकों के रुपये सिर्फ पासबुक में चढ़ा दिए गए, जबकि वास्तविकता में रुपयों को डाकघर में जमा ही नहीं किया गया. मामला बढ़ता देख बलिया डाक अधीक्षक ने 4 सदस्यों की टीम बनाकर मामले की जांच शुरू करवा दी है.
4,11,682 रुपये की हुई हेराफेरी
पाएम मोदी की महत्वपूर्ण योजनाओं में शुमार सुकन्या समृद्धि योजना बचत खाता और सावधि जमा खाता सहित 22 खातों से करीब 4,11,682 से अधिक की धनराशि के गबन का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि हुसैनाबाद डाकघर में खाताधारकों के पास बुक में रुपये जमा करने की एंट्री कर उन्हें वापस कर दी गई, जबकि इन रुपयों को पोस्ट ऑफिस में जमा ही नहीं किया गया.
सीबीएस नहीं है डाकघर
मोदी सरकार सरकारी विभागों को पेपर लेस और ऑनलाइन करने का दावा करती नजर आ रही है, लेकिन बलिया में हुसैनाबाद डाकघर सीबीएस न होने की वजह से ही यह गबन का मामला हुआ है. बताया जा रहा है कि खातेदारों को रुपये जमा करने के बाद पासबुक में हाथ से एंट्री कर मोहर लगाकर खाताधारकों को वापस कर दी गई. इन खातों का कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन नहीं किया गया. हुसैनाबाद सुदूर इलाके का डाकघर है वहां इंटरनेट की सुविधा भी उपलब्ध नहीं है. यही वजह है यहां पर घोटाले कर्मचारियों और अधिकारियों की मिलीभगत से किए गए.
सुकन्या समृद्धि योजना और बचत खाते में किए गए गोलमाल
हुसैनाबाद डाकघर में हुए वित्तीय अनियमितता और खाताधारकों के रुपयों का गबन में सबसे ज्यादा नुकसान सुकन्या समृद्धि योजना के खाताधारकों को हुआ है. इस बैंक में कुल 963 खातेदार है, जिनमें 22 खाताधारकों के पासबुक में रुपये दर्ज दिखाई दे रहे हैं, जबकि पोस्ट ऑफिस में इनका रुपया रजिस्टर में दर्ज नहीं है. इन 22 खातों में 13 खाते सुकन्या समृद्धि योजना के 8 खाते बचत खातों के और एक सावधि जमा खाता शामिल है.
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इस मामले में खाताधारकों को कोई नुकसान नहीं होगा. उनके खातों में दर्ज रुपये सरकार उनको लौट आएगी, जो भी वित्तीय अनियमितता हुई है. उसे डाकघर के कर्मचारियों से वसूल करेगी. अभी तक 22 खातों में 4,11,682 रुपये की हेराफेरी सामने आई है. इस मामले की जांच तीव्र गति से हो रही है, जिसके लिए 4 सदस्य टीम बनाई गई है. इस दौरान इस शाखा से जुड़े खाताधारकों को नोटिस भेजकर उनके पासबुक में जमा रुपये का और डाकघर पर मौजूद रिकॉर्ड का मिलान कराने के लिए उन्हें डाकघर बुलाया जा रहा है.
-मनीष कुमार,डाक अधीक्षक, प्रधान डाकघर, बलिया