बलिया: जिले के रसड़ा कोतवाली क्षेत्र के कोटवारी मोड़ पर 3 सितम्बर को जाम के बाद पथराव के मामले में पुलिस द्वारा 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इसके विरोध में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया और मामले में निर्दोष लोगों को फंसाने आरोप लगाया.
बता दें कि 3 सितंबर को रसड़ा कोतवाली क्षेत्र में पुलिस द्वारा एक युवक की पिटाई करने के मामले के बाद युवक के परिजनों ने सड़क पर जमकर हंगामा किया था. इसके बाद जाम खुलवाने गए अपर पुलिस अधीक्षक सहित 6 से अधिक पुलिसकर्मियों को पथराव में गंभीर चोटें आई थीं. इस मामले में पुलिस ने 46 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था.
इस मामले में लगातार गिरफ्तारियां भी हो रही है, जिसको लेकर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने विरोध किया. कलेक्ट्रेट परिसर में सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपते हुए सुभासपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि जहां पर प्रदर्शन हो रहा था वहां पर भाजपा, बजरंग दल के लोग बैठे थे. जाम के दौरान जो भी घटनाक्रम हुआ, उसमें इन सब के नाम मुकदमे में दर्ज नहीं किए गए.
सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा कि यह एक अत्यंत दुखद घटना है, अगर पुलिस सक्रिय रहती तो ऐसी घटना नहीं होती. लेकिन भीड़ को कुछ लोग द्वारा उकसाया गया, जिसके बाद इस तरह की घटना हुई है. इस पूरे मामले में भाजपा के मंडल अध्यक्ष, बजरंग दल, आरएसएस के लोग शामिल है, जबकि मुकदमे में इनके नाम दर्ज नहीं किए गए. हम लोग निर्दोष लोगों को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई लड़ेंगे.