बलिया: ददरी मेले के आयोजन को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई. मेले की तैयारियों पर अधिकारियों व वहां मौजूद सभासदों के संग चर्चा की गई. बैठक में यह तय हुआ कि 22 से 29 नवंबर तक पशु मेला लगेगा. वहीं 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान तथा उसके बाद 6 या 7 दिसंबर तक मीना बाजार मेला का आयोजन होगा.
डीएम ने दी जानकारी
जिलाधिकारी ने बताया कि दीपावली के बाद भूमि पूजन का कार्यक्रम होगा. कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को तमाम जिम्मेदारियां सौंपी. उन्होंने कहा कि जगह-जगह बैरिकेडिंग, सुगम रास्ते की व्यवस्था साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना है. किसी भी हाल में उस दिन श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. शुक्रवार सुबह 9 बजे सभी अधिकारी कार्तिक पूर्णिमा स्नान वाले रास्ते पर पहुंचकर अपनी व्यवस्था के संबंध में स्थलीय निरीक्षण करेंगे. साथ ही तत्काल काम भी शुरू करा देंगे.
बैठक में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि कि मेले में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा. अगर होगा भी तो किसी ऐसे अन्य स्थल पर, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी आयोजक ले सकें. इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सिर्फ पारंपरिक गतिविधियां ही की जा सकेंगी. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विपिन जैन, एडीएम, सीआरओ, एसडीएम सदर व नगरपालिका कर्मी व सभासद मौजूद थे.
बलिया: डीएम की बैठक में तय हुई ददरी मेला की रूपरेखा
यूपी के बलिया में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीहरी प्रताप शाही की अध्यक्षता में ददरी मेला लगाने का समय सुनिश्चित किया गया. 22 नवंबर से लेकर 29 नवंबर तक पशु मेला एवं 7 दिसंबर तक मीना बाजार लगाने के साथ कार्तिक पूर्णिमा स्नान के दिन संबंधित अधिकारियों को सौंपी गई.
बलिया: ददरी मेले के आयोजन को लेकर कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही की अध्यक्षता में गुरुवार को बैठक हुई. मेले की तैयारियों पर अधिकारियों व वहां मौजूद सभासदों के संग चर्चा की गई. बैठक में यह तय हुआ कि 22 से 29 नवंबर तक पशु मेला लगेगा. वहीं 30 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान तथा उसके बाद 6 या 7 दिसंबर तक मीना बाजार मेला का आयोजन होगा.
डीएम ने दी जानकारी
जिलाधिकारी ने बताया कि दीपावली के बाद भूमि पूजन का कार्यक्रम होगा. कार्तिक पूर्णिमा स्नान को देखते हुए जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को तमाम जिम्मेदारियां सौंपी. उन्होंने कहा कि जगह-जगह बैरिकेडिंग, सुगम रास्ते की व्यवस्था साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना है. किसी भी हाल में उस दिन श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. शुक्रवार सुबह 9 बजे सभी अधिकारी कार्तिक पूर्णिमा स्नान वाले रास्ते पर पहुंचकर अपनी व्यवस्था के संबंध में स्थलीय निरीक्षण करेंगे. साथ ही तत्काल काम भी शुरू करा देंगे.
बैठक में जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने बताया कि कि मेले में कोई भी सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं होगा. अगर होगा भी तो किसी ऐसे अन्य स्थल पर, जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने की जिम्मेदारी आयोजक ले सकें. इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा कि कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए सिर्फ पारंपरिक गतिविधियां ही की जा सकेंगी. बैठक में मुख्य विकास अधिकारी विपिन जैन, एडीएम, सीआरओ, एसडीएम सदर व नगरपालिका कर्मी व सभासद मौजूद थे.