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कोरोना का कहर: सोहाव गांव में लोगों को नहीं मिल रहीं स्वास्थ्य सेवाएं - बलिया गांवों में कोरोना

बलिया के सोहाव गांव में स्वास्थ्य सेवाएं नहीं हैं. इस गांव में लगातार लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. कोरोना का कोई इलाज लोगों को नहीं मिल पा रहा है.

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Published : May 23, 2021, 10:02 PM IST

बलिया: जनपद में विकास खंड का सोहाव एक ऐसा गांव हैं, जहां पर एक महीने में करोना से 42 लोगों की मौत हो चुकी है. जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य टीम से जांच कराई जा रही है. लोगों की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों के विषय में कुछ कहा जा सकता है. जनपद में स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन के द्वारा कोरोना को खत्म करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन सोहाव गांव में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है.

यह भी पढ़ें: पॉलिटेक्निक कॉलेज के पीछे महिला का शव मिलने से सनसनी

गांवों में नहीं पहुंच रहा इलाज

यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला का है. यहां एक महीने में लगभग 42 मौत होने के बाद भी वे इस गांव की सुध लेने तक नहीं आए. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी इस गांव में नहीं आई है. न ही गांव को सैनिटाइज किया गया है. सोहाव गांव में सबसे दुखद घटना यह हुई कि यहां एक ही परिवार के पांच लोगों की बुखार और सांस की दिक्कत होने के कारण मौत हो गई. इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उस गांव में स्वास्थ्य टीम लगातार काम कर रही है. जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारणों के विषय में कुछ कहा जा सकता है.

बलिया: जनपद में विकास खंड का सोहाव एक ऐसा गांव हैं, जहां पर एक महीने में करोना से 42 लोगों की मौत हो चुकी है. जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद द्वारा बताया गया कि स्वास्थ्य टीम से जांच कराई जा रही है. लोगों की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों के विषय में कुछ कहा जा सकता है. जनपद में स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासन के द्वारा कोरोना को खत्म करने का दावा किया जा रहा है, लेकिन सोहाव गांव में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है.

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गांवों में नहीं पहुंच रहा इलाज

यह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला का है. यहां एक महीने में लगभग 42 मौत होने के बाद भी वे इस गांव की सुध लेने तक नहीं आए. स्वास्थ्य विभाग की टीम भी इस गांव में नहीं आई है. न ही गांव को सैनिटाइज किया गया है. सोहाव गांव में सबसे दुखद घटना यह हुई कि यहां एक ही परिवार के पांच लोगों की बुखार और सांस की दिक्कत होने के कारण मौत हो गई. इस संबंध में जिला चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उस गांव में स्वास्थ्य टीम लगातार काम कर रही है. जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद मौत के वास्तविक कारणों के विषय में कुछ कहा जा सकता है.

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