बलियाः मनियर थाना प्रभारी को दलित नाबालिग किशोरी के दुष्कर्म मामले को हल्के में लेना और गंभीर मामले में बेतुका बयान देना भारी पड़ गया. पुलिस अधीक्षक ने तत्काल पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करवाया. साथ ही थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया. वहीं एसपी ने अपर पुलिस अधीक्षक को मामले की जांच सौंप दी.
10 सितंबर का है मामला
घटना 10 सितंबर की है. मनियर थाना क्षेत्र के एक गांव की नाबालिग किशोरी शौच करने के लिए जा रही थी. तभी एक युवक ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया. पीड़िता ने घर जाकर अपने परिजनों को आपबीती सुनाई. जिसके बाद पीड़िता की मां ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी. पुलिस ने बिना मुकदमा दर्ज किए पीड़ित परिवार को वासप भेज दिया.
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थाना प्रभारी लाइन हाजिर
वहीं दूसरी ओर प्रकरण मीडिया में आने के बाद मीडिया कर्मियों ने मनियर थाना प्रभारी सुभाष चंद्र यादव से दुष्कर्म के मामले की जानकारी ली, तो उन्होंने कहा कि ‘नाबालिक बच्चे हैं. इनसे छोटी मोटी गलतियां हो जाती हैं. इन्हें अपराध के रूप में न देखा जाए’. इस मामले में पुलिस की छवि खराब होते देख बलिया पुलिस अधीक्षक देवेंद्र नाथ ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़िता की तहरीर पर न केवल मनियर थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया. वहीं पीड़िता को मेडिकल के लिए महिला चिकित्सालय भिजवाया.