बलिया : जनपद के विकासखंड सियर अंतर्गत ग्राम सभा टगुनिया के ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पक्के मकान वालों को ही दोबारा आवास दे दिया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि पात्र आज भी झुग्गी-झोपड़ी में रहने के लिए मजबूर हैं.
विकासखंड सियर स्थित ग्राम सभा टगुनिया निवासी सायला देवी ने अधिकारियों पर आरोप लगाया कि सरकार ग्रामीण इलाकों में विकास कर रही है, लेकिन ग्राम सचिव और अन्य अधिकारी सिर्फ पैसे वालों को ही सरकारी योजना का लाभ देते है. उन्होंने आरोप लगाया कि विभाग के कर्मचारी यह सिखाते हैं कि आप लोग कुछ दिन के लिए एक झोपड़ी डालकर रहें. आवास पास होने के बाद उसको हटा लीजिएगा. उन्होंने बताया कि विभाग ने विकास के नाम पर सरकार की छवि को धूमिल किया है.
50 वर्ष से लड़ रहे लड़ाई
स्थानीय निवासी परमिला ने बताया कि बीते 50 वर्षों से वह अपने बच्चों के साथ इस लड़ाई में शामिल हैं. परमिला ने बताया कि उनके पति की भी मृत्यु हो चुकी है, लेकिन उन्होंने सचिव को पैसा नहीं दिया. इसलिए वह आज तक आवास से वंचित हैं.
ग्राम प्रधान के लोगों ने की ग्रामीणों से की धक्का-मुक्की
स्थानीय निवासी बलराम प्रसाद ने बताया कि गरीबों को आवास न मिलने की शिकायत मुख्य विकास अधिकारी विपिन जैन से की गई थी. इस पर विपिन जैन ने खंड विकास अधिकारी सियर को आवास जांच करने के निर्देश दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि जांच अधिकारी गांव में जांच करने पहुंचे तो ग्राम प्रधान के कुछ लोग ग्रामीणों से धक्का-मुक्की करने लगे.
मुख्य विकास अधिकारी विपिन जैन द्वारा आवास जांच के आदेश दिए गए थे. जिसे लेकर मैं जैसे ही गांव पहुंचा, वहां ग्राम प्रधान के कुछ लोग ग्रामीणों से भीड़ गए. वास्तविकता यही है कि ग्राम सभा टगुनिया में पात्र लोगों को आवास योजना का लाभ नहीं मिल पाया है. जांच किया जा रहा है, दोषियों के पर कार्रवाई की जाएगी.
-गजेंद्र प्रताप सिंह ,खंड विकास अधिकारी, सियर