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बलिया: 10 सेकेंड में आशियाना हुआ तबाह, उजड़ते घर को देखते रहे लाचार गांव वाले - बलिया में गंगा के कटान से दो घर नदी में ढह गए

गंगा के जलस्तर में आई कमी से कटान लगातार बढ़ता जा रहा है. शुक्रवार को बलिया के गांव गंगापुर निवासी दो व्यक्तियों के पक्के मकान महज कुछ पलों में ही जमींदोज हो गये.

गंगा के कटान से नदी में समाए घर
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Published : Sep 6, 2019, 11:37 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: गंगा में आई बाढ़ का जलस्तर के कम होने से लोगों की मुसीबत बढ़ रही है. जिले के सदर तहसील क्षेत्र के गांव गंगापुर के पुरवा चौबे छपरा में शुक्रवार को नदी के किनारे बने दो पक्के मकान लोगों के सामने चंद सेकेंड में ढह गए.

ग्रामीणों के घर पर गंगा का कहर.

इसे भी पढ़ें :- बलियाः कटान से रिंग बंधा का हिस्सा गंगा में समाया, एडीएम ने दिए जांच के आदेश

ढह गए पक्के मकान

गंगा की उमड़ती लहरों से लगातार कटान जारी है जिससे इलाके के मुन्ना यादव और सुनील यादव के दो पक्के मकान कटान की जद में आ गए. आलम यह हुआ कि लोग अपने आशियाने को अपनी आंखों के सामने गंगा में समाते देखते रह गए लेकिन हताश और निराश लोग सिर्फ अपने किस्मत कोसने के सिवा कुछ कर न सके.

बता दें कि जिले में गंगा और घाघरा नदी हर साल सैकड़ों एकड़ में फैले जमीन को बाढ़ के पानी में समा लेती है और जब पानी का स्तर कम होने लगता है तो रोलिंग बैक होने के कारण मिट्टी का कटान भी तेजी से शुरू हो जाता है. ऐसे ही मकान नष्ट हो जाते हैं.

हालांकि प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को फ्लूड जोन एरिया से दो मकान बनाने के निर्देश जारी होते रहे हैं बावजूद इसके सालों से लोग इसी क्षेत्र में बसे हुए हैं.

बलिया: गंगा में आई बाढ़ का जलस्तर के कम होने से लोगों की मुसीबत बढ़ रही है. जिले के सदर तहसील क्षेत्र के गांव गंगापुर के पुरवा चौबे छपरा में शुक्रवार को नदी के किनारे बने दो पक्के मकान लोगों के सामने चंद सेकेंड में ढह गए.

ग्रामीणों के घर पर गंगा का कहर.

इसे भी पढ़ें :- बलियाः कटान से रिंग बंधा का हिस्सा गंगा में समाया, एडीएम ने दिए जांच के आदेश

ढह गए पक्के मकान

गंगा की उमड़ती लहरों से लगातार कटान जारी है जिससे इलाके के मुन्ना यादव और सुनील यादव के दो पक्के मकान कटान की जद में आ गए. आलम यह हुआ कि लोग अपने आशियाने को अपनी आंखों के सामने गंगा में समाते देखते रह गए लेकिन हताश और निराश लोग सिर्फ अपने किस्मत कोसने के सिवा कुछ कर न सके.

बता दें कि जिले में गंगा और घाघरा नदी हर साल सैकड़ों एकड़ में फैले जमीन को बाढ़ के पानी में समा लेती है और जब पानी का स्तर कम होने लगता है तो रोलिंग बैक होने के कारण मिट्टी का कटान भी तेजी से शुरू हो जाता है. ऐसे ही मकान नष्ट हो जाते हैं.

हालांकि प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को फ्लूड जोन एरिया से दो मकान बनाने के निर्देश जारी होते रहे हैं बावजूद इसके सालों से लोग इसी क्षेत्र में बसे हुए हैं.

Intro:
यूपी के बलिया में गंगा मैं आई बाढ़ का जलस्तर जैसे-जैसे कम होता जा रहा है लोगों की मुसीबत भी बढ़ रही हैं ताजा मामला बलिया सदर तहसील क्षेत्र के गांव गंगापुर के पुरवा चौबे छपरा में शुक्रवार को देखने को मिला जब नदी किनारे बने दो पक्के मकान लोगों के सामने चंद सेकेंड में जमीदोज हो गए

Body:गंगा की उतरती लहरों से लगातार कटान जारी है जिस कारण इलाके के मुन्ना यादव और सुनील यादव के दो पक्के मकान भी इसी कटान की जद में आ गए आलम यह हुआ कि लोग अपने आशियाने को अपनी आंखों के सामने गंगा में समाते देख रहे हैं लेकिन हताश निराश यह लोग सिर्फ अपने किस्मत को कोसने के सिवा और कुछ नहीं कर सके

Conclusion:बता दे कि बलिया जिले में गंगा और घाघरा नदी हर साल सैकड़ों एकड़ में फैले जमीन को बाढ़ के पानी में समा कर लोगों के लिए मुसीबत पैदा करती है और जब पानी का स्तर कम होने लगता है तू रोलिंग बैक होने के कारण मिट्टी का कटान भी तेजी से शुरू हो जाता है और ऐसे ही मकान नष्ट हो जाते हैं हालांकि प्रशासन की ओर से लगातार लोगों को फ्लड जोन एरिया से दो मकान बनाने के निर्देश जारी होते रहे हैं बावजूद इसके सालों से लोग इसी एरिया में बसे हुए हैं

प्रशान्त बनर्जी
बलिया


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नोट--ये दो बार भेजी जा रही है क्योंकि पहली बार rfc में वीडियो प्ले नही हो रहा था
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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