बलिया: जुलाई माह से शिक्षा सत्र पूर्ण रूप से शुरू हो गया है, जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने कोचिंग सेंटरों और कंपटीशन की तैयारी कराने वाले संस्थाओं का औचक निरीक्षण शुरू किया. प्रशासन ने इन सेंटरों पर आग बुझाने के उपकरणों की जांच की. साथ ही किसी दुर्घटना के दौरान इन सेंटरों से छात्र-छात्राओं के बाहर आने के लिए एग्जिट के रास्तों का भी निरीक्षण किया.
- पिछले दिनों गुजरात के एक कोचिंग में हुए हादसे से सबक लेते हुए बलिया जिलाधिकारी ने कोचिंग सेंटरों और इंस्टीट्यूट में निरीक्षण करने के लिए एक टीम का गठन किया है.
- सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में टीम शहर के एजुकेशन हब कहे जाने वाले सिविल लाइंस इलाके में कोचिंग सेंटरों पर पहुंची.
- यहां निरीक्षण के दौरान उन्हें कई कोचिंग सेंटरों पर आग बुझाने के उपकरण नहीं मिले.
- छात्रों की संख्या के अनुपात में इन सेंटरों से एक साथ छात्रों के बाहर आने के रास्ते भी मानक के अनुरूप नहीं पाए गए.
- इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने संस्था के कर्मचारियों को जमकर फटकार लगाई.
- निरीक्षण के दौरान कई कोचिंग ऐसे में भी मिले, जहां 50 छात्रों का पंजीकरण है, लेकिन 200 छात्र पढ़ रहे हैं.
कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया जा रहा है. बारिश की वजह से काफी सेंटर बंद मिले, लेकिन जो खुले हैं उनका निरीक्षण कर उन्हें हिदायत दी गई है. फायर विभाग की ओर से पहले ही नोटिस जारी किया जा चुका है. एक बार नोटिस के आधार पर सभी कोचिंग सेंटर संचालकों को बुलाकर हिदायत दी जाएगी और फिर भी सुधार नहीं होने पर उन पर विधिक कार्रवाई होगी.
-बृजकिशोर दुबे, सिटी मजिस्ट्रेट