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बलिया: ब्लड बैंक में डोनर को नहीं मिलता रिफ्रेशमेंट, खुद लाना होता है जूस - uttar pradesh news

उत्तर प्रदेश के बलिया में सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड डोनर को ब्लड डोनेट करने के बाद कोई रिफ्रेशमेंट नहीं दिया जाता है. इसलिये डोनर अपने साथ जूस या कॉफी लेकर आते हैं.

ब्लड बैंक में डोनर को नहीं मिल रहा रिफ्रेशमेंट.
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Published : Jul 10, 2019, 4:49 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: केंद्र और प्रदेश सरकार प्रत्येक वर्ष अपने बजट में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए करोड़ों रुपये का प्रावधान करती है. बलिया के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं. यहां ब्लड डोनर को ब्लड डोनेट करने के बाद कोई रिफ्रेशमेंट नहीं दिया जाता है, जिसके चलते रक्तदाता अपने साथ जूस या कॉफी लेकर आते हैं.

मामले की जानकारी देते जिला अस्पताल के सीएमएस.

क्या है पूरा मामला-

  • बलिया के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं.
  • ब्लड डोनेट करने के बाद डोनर को सरकार की ओर से जूस, फल या कॉफी देने का प्रावधान है.
  • सरकारी अस्पताल की हालत यह है कि यहां ब्लड डोनर को रिफ्रेशमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिलता है.
  • अस्पताल के मरीज ने बताया कि ब्लड डोनेट करने के बाद अस्पताल में कुछ भी नहीं दिया गया इसलिए अपने साथ जूस लाये हैं.

ब्लड बैंक में जो भी डोनर आता है ब्लड डोनेट करने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से रिफ्रेशमेंट दिया जाता है, जिसमें एक गिलास जूस, एक रसगुल्ला और एक केला शामिल है. इन सब का बजट 25 रुपये निर्धारित है. संबंधित अधिकारी और एसएलटी इसकी व्यवस्था करते हैं.
- शिव प्रसाद,सीएमएस जिला अस्पताल

बलिया: केंद्र और प्रदेश सरकार प्रत्येक वर्ष अपने बजट में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए करोड़ों रुपये का प्रावधान करती है. बलिया के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं. यहां ब्लड डोनर को ब्लड डोनेट करने के बाद कोई रिफ्रेशमेंट नहीं दिया जाता है, जिसके चलते रक्तदाता अपने साथ जूस या कॉफी लेकर आते हैं.

मामले की जानकारी देते जिला अस्पताल के सीएमएस.

क्या है पूरा मामला-

  • बलिया के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरी तरह नदारद हैं.
  • ब्लड डोनेट करने के बाद डोनर को सरकार की ओर से जूस, फल या कॉफी देने का प्रावधान है.
  • सरकारी अस्पताल की हालत यह है कि यहां ब्लड डोनर को रिफ्रेशमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिलता है.
  • अस्पताल के मरीज ने बताया कि ब्लड डोनेट करने के बाद अस्पताल में कुछ भी नहीं दिया गया इसलिए अपने साथ जूस लाये हैं.

ब्लड बैंक में जो भी डोनर आता है ब्लड डोनेट करने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से रिफ्रेशमेंट दिया जाता है, जिसमें एक गिलास जूस, एक रसगुल्ला और एक केला शामिल है. इन सब का बजट 25 रुपये निर्धारित है. संबंधित अधिकारी और एसएलटी इसकी व्यवस्था करते हैं.
- शिव प्रसाद,सीएमएस जिला अस्पताल

Intro:केंद्र और प्रदेश सरकार प्रत्येक वर्ष अपने बजट में स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर करने के लिए करोड़ों रुपए का प्रावधान करती है लेकिन बलिया के सरकारी अस्पताल के ब्लड बैंक में सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाएं पूरी तरह नदारद है यहां ब्लड डोनर को ब्लड डोनेट करने के बाद कोई रिफ्रेशमेंट नहीं दिया जाता जिस वजह से रक्तदाता अपने साथ जूस या कॉफी लेकर आते हैं मामले का संज्ञान होने पर सीएमएस ने जांच पड़ताल करने की बात कही है


Body:बलिया के जिला अस्पताल परिसर में बना ब्लड बैंक लोगों को आवश्यकतानुसार अलग अलग ग्रुप के ब्लड उपलब्ध कराता है इसके लिए मरीज के तीमारदार को अपना ब्लड डोनेट कर आवश्यकता के अनुरूप संबंधित ग्रुप का ब्लड मिल जाता है ब्लड डोनेट करने के बाद डोनर को सरकार की ओर से जूस फल या कॉफी देने का प्रावधान है लेकिन बलिया के सरकारी अस्पताल की हालत यह है कि यहां ब्लड डोनर को रिफ्रेशमेंट के नाम पर कुछ नहीं मिलता

जिले के शंकर राजभर के बेटे की तबीयत खराब हुई डॉक्टरों ने बी पॉजिटिव खून चढ़ाने के लिए कहा वृद्धि शंकर राजभर के साथ कोई नहीं था तो वहां मौजूद नौजवान सोनू ने मानवता दिखाते हुए अपना ओ पॉजिटिव ब्लड डोनेट कर शंकर राजभर के बेटे के लिए ब्लड बैंक से बी पॉजिटिव ब्लड उपलब्ध कराया लेकिन सोनू ने बताया कि ब्लड बैंक में लगभग सारी व्यवस्थाएं ठीक है लेकिन ब्लड डोनेट करने के बाद दोनों को इस तरह दूसरे ब्लड बैंक में फल कॉफी और रिफ्रेशमेंट दिया जाता है बलिया के अस्पताल में कुछ भी नहीं दिया गया इसलिए अपने साथ जूस लाये है

अपने बीमार बेटे के लिए खून लेने ब्लड बैंक पहुंचे शंकर राजभर को भगवान के रूप में नौजवान सोनू मिले जिन्होंने बिना रिश्ते नाते जात पात देखते हुए अपना खून देकर बी पॉजिटिव खून की एक यूनिट शंकर राजभर को दिलाई शंकर राजभर ने बताया कि मैं वृद्ध हूं मेरी पत्नी वृद्ध है मेरी बहू कमजोर है ऐसे में इस युवक ने कहा मैं आपके बेटे के लिए खून देता हूं जिसे देख कर आप बी पॉजिटिव ब्लड ले लीजिएगा

बाइट1--सोनू--ब्लड डोनर
बाइट2--शंकर राजभर---तीमारदार


Conclusion:ब्लड बैंक में रिफ्रेशमेंट ना मिलने की शिकायत सीएमएस से करने पर जिला अस्पताल के सीएमएस शिव प्रसाद ने कहा कि ब्लड बैंक में जो भी डोनर आता है ब्लड डोनेट करने के बाद उन्हें हॉस्पिटल से रिफ्रेशमेंट दिया जाता है जिसमें एक गिलास जूस एक रसगुल्ला और एक किला भी दिया जा सकता है इन सब का बजट ₹25 निर्धारित है जो संबंधित अधिकारी और एसएलटी इसकी व्यावस्था करते है सीएमएस ने यह भी कहा कि ये बात आप लोगों ने हमारे संज्ञान में लाई है इसकी जांच पड़ताल की जाएगी

बाइट--3--शिव प्रसाद---सीएमएस जिला अस्पताल


प्रशान्त बनर्जी
बलिया
9455785050
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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