बलिया: जिले में शुक्रवार यानि 26 मार्च को आशा बहुओं ने सहायक प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक को अपनी मांगों को लेकर बंधक बना लिया. आशा बहुओं की अधीक्षक रागनी सिंह ने बताया कि हम आशाओं का पैसा दो वर्षों से रोक दिया गया है. इसको लेकर हम लोगों ने डॉक्टर पीसी भारती को बंद कर दिया. प्रभारी निरीक्षक नागेश उपाध्याय के प्रयासों से 3 घंटे बाद डॉक्टर पीसी भारती को कमरे से बाहर निकाला जा सका.
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मरीजों को हुई दिक्कत
रसड़ा तहसील की आशा बहुओं ने एक माह में दूसरी बार शुक्रवार को दोपहर लगभग 1 बजे जननी सुरक्षा के लाभार्थियों सहित अपने वर्षों के बकाये भुगतान की मांग को लेकर रसड़ा सीएचसी में स्थित ओपीडा का ताला बंद कर चिकित्सकों को बंधक बनाकर लगभग तीन घंटे तक जोरदार प्रदर्शन किया. आशाओं के इस प्रदर्शन से चिकित्सक और मरीज परेशान दिखे. एसीएमओ और पीएचसी सराय भारती के अधीक्षक डॉ. वीरेंद्र कुमार ने 2 मार्च को 10 दिनों के अंदर सभी भुगतान कर दिए जाने के लिखित आश्वासन दिया था. इसके बावजूद आशाओं और लाभार्थियों के खाते में पैसा नहीं पहुंचा. ब्लॉक अध्यक्ष रागिनी सिंह के नेतृत्व में 50 से अधिक की संख्या में आशाओं ने ओपीडी का ताला बंद कर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इस दौरान तीन से चार डॉक्टर अंदर मरीजों को देख रहे थे.