बलिया: विकास कार्यों के नाम पर एक प्रधान पर अधिकारियों की मदद से पद दुरुपयोग कर सरकारी धन का गबन करने का आरोप लगा है. आरोप जिले के सहुलाई ग्राम प्रधान पर ग्रामीणों ने लगाए हैं. आरोप है कि प्रधान ने गांव को मूलभूत कार्यों नाली, खड़ंजा और पेयजल आदि सुविधाओं से वंचित रखा. शनिवार को ग्राम प्रधान की कारगुजारी से नाराज ग्रामीणों ने एडीएम प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई करने की मांग की है.
12 लाख रुपये का फर्जी भुगतान
ज्ञापन के जरिए जिला प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी तिवारी को ग्रामीणों ने बताया कि सहुलाई गांव के ग्राम प्रधान ने महज कागजों पर विकास कार्य कराकर सरकारी धनराशि का बंदरबांट किया है. आरोप है कि अधिकारियों ने विकास कार्यों ने नाम पर करीब 12 लाख रुपये का फर्जी भुगतान कर दिया. इसकी जांच के लिए कई बार ग्रामीणों ने शिकायत भी की. प्रधान की कार्यशैली से परेशान ग्रामीण जांच के लिए अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों ने जांच कराना उचित नहीं समझा.
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41 बीघे जमीन का अवैध पट्टा
गांव निवासी चंद्रमा चौहान ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान ने ग्राम सभा की 41 बीघे जमीन अपने चहेते भूमि धारकों के नाम पट्टा कर दिया. जिन पात्रों के नाम पट्टा होना चाहिए था, वह आज भी अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रहे हैं. वहीं सरकार की योजनाओं का भी पात्रों को लाभ नहीं दिया गया. इन्हीं सब मांगों को लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी तिवारी को ज्ञापन देकर ग्रामीणों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई है.
जिला प्रशासनिक अधिकारी अश्वनी तिवारी ने बताया कि ग्रामीणों के शिकायती पत्र का संज्ञान लिया जाएगा. ग्राम सभा की भूमि को अवैध तरीके से पट्टा करने का प्रधान पर आरोप लगा है. मामले की जांच कराई जाएगी. दोषियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी.