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बलिया पुलिस की बढ़ी परेशानी, कैदियों के बैरकों में भरा पानी

यूपी के बलिया में हो रही लगातार बारिश से जिला कारागार में कैदियों की बैरकों में पानी भर गया है. जेल प्रसाशन ने बलिया जिला कारागार में बंद 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी शुरू कर दी है.

बैरकों में पानी भरने से बढ़ी कैदियों की मुश्किलें.
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Published : Sep 29, 2019, 9:48 PM IST

Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST

बलिया: पूरे पूर्वांचल में पिछले चार दिनों से भीषण बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते चारों ओर पानी भर गया है. जिला कारागार में बारिश का पानी कैदियों के बैरकों और जेल अस्पताल तक पहुंच गया है. बैरकों में पानी भर जाने के कारण जेल प्रशासन जिला कारागार में बंद 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है.

बैरकों में पानी भरने से बढ़ी कैदियों की मुश्किलें.
ब्रिटिश काल की जेल का पानी बना काल
  • गुरुवार से शुरू हुई बारिश जिले में रुकने का नाम नहीं ले रही है.
  • लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन थम सा गया है और तापमान में भी भारी गिरावट आई है.
  • बलिया का जिला कारागार सन 1917 में ब्रिटिश काल में तैयार हुआ था.
  • बारिश के कारण पूरा जिला कारागार जलमग्न हो गया है.
  • जिला कारागार में मुख्य मार्ग से लेकर बैरक तक पानी ही पानी नजर आ रहा है.
  • जेल अस्पताल, अधिकारी कार्यालय, कैदियों की रसोइयां सहित हर जगह पानी जमा हो गया है.

कैदियों को शिफ्ट करने की तैयारी शुरू
लगातार हो रही बारिश से जेल के अंदर बंद कैदियों की बैरक में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जेल प्रशासन पंपिंग सेट की मदद से लगातार पानी को बाहर निकालने का काम कर रहा है. बावजूद इसके पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लिहाजा जेल प्रशासन कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है.

जुलाई माह में भी बारिश के पानी से जलमग्न हुआ था जेल
जेल परिसर शहर के निचले इलाके में होने के कारण जेल से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसी कारण जुलाई माह में भी भीषण बारिश के दौरान जिला जेल में कई दिनों तक बारिश का पानी ठहरा हुआ था, जिससे जेल कर्मियों के साथ जेल में बंद कैदियों को भी काफी असुविधा हुई थी.

बलिया के इतिहास में पहली बार कैदियों का ट्रांसफर
पूर्वांचल में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बलिया में चार दिनों की बारिश ने नगर पालिका परिषद की पोल खोल कर रख दी है. सबसे बड़ी मुसीबत जिला कारागार में हुई, जहां कैदियों के बैरक, जेल के अस्पताल, जेल अधीक्षक और जेलर के कार्यालय के साथ रसोई घर में भी बारिश का पानी घुस गया. बलिया जिला जेल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है. 500 कैदियों को आनन-फानन में आजमगढ़ जेल के लिए शिफ्ट किया जा रहा है, जिसमें 45 महिला कैदी भी शामिल हैं.

क्षमता से ज्यादा है बलिया कारागार में कैदी
सन 1917 ब्रिटिश काल में तैयार हुआ बलिया कारागार में 350 बंदियों को रखने का स्थान है, लेकिन वर्तमान समय में बलिया जिला कारागार में करीब 900 महिला-पुरुष कैदी बंद हैं. जो मानक से ढ़ाई गुना अधिक हैं. अगस्त महीने में जेल में बंद कैदियों ने पर्याप्त भोजन और रहने का सही प्रबंध न होने के चलते जमकर हंगामा किया था, जिसके बाद कुछ कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया था.

इसे भी पढ़ें:- क्या वाकई गाजीपुर से नहीं बलिया से चलेगी सुहेलदेव और बांद्रा एक्सप्रेस ?

बारिश से सभी बंदी परेशान हैं. बारिश का पानी महिला अस्पताल, बैरक नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी जगह पहुंच गया है. हम लोग भी बारिश के पानी में खड़े होकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
-वीरेन्द्र कुमार, कारागार सिपाही

लगातार हो रही बारिश से जेल में पानी भर गया है, क्योंकि जेल के बाहर नालियां पूरी तरह भर चुकी हैं. इसलिए जेल का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है. जेल प्रशासन उच्च अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल में शिफ्ट करने जा रहा है.
-राम आसरे, एडीएम

बलिया: पूरे पूर्वांचल में पिछले चार दिनों से भीषण बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते चारों ओर पानी भर गया है. जिला कारागार में बारिश का पानी कैदियों के बैरकों और जेल अस्पताल तक पहुंच गया है. बैरकों में पानी भर जाने के कारण जेल प्रशासन जिला कारागार में बंद 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है.

बैरकों में पानी भरने से बढ़ी कैदियों की मुश्किलें.
ब्रिटिश काल की जेल का पानी बना काल
  • गुरुवार से शुरू हुई बारिश जिले में रुकने का नाम नहीं ले रही है.
  • लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन थम सा गया है और तापमान में भी भारी गिरावट आई है.
  • बलिया का जिला कारागार सन 1917 में ब्रिटिश काल में तैयार हुआ था.
  • बारिश के कारण पूरा जिला कारागार जलमग्न हो गया है.
  • जिला कारागार में मुख्य मार्ग से लेकर बैरक तक पानी ही पानी नजर आ रहा है.
  • जेल अस्पताल, अधिकारी कार्यालय, कैदियों की रसोइयां सहित हर जगह पानी जमा हो गया है.

कैदियों को शिफ्ट करने की तैयारी शुरू
लगातार हो रही बारिश से जेल के अंदर बंद कैदियों की बैरक में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जेल प्रशासन पंपिंग सेट की मदद से लगातार पानी को बाहर निकालने का काम कर रहा है. बावजूद इसके पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लिहाजा जेल प्रशासन कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है.

जुलाई माह में भी बारिश के पानी से जलमग्न हुआ था जेल
जेल परिसर शहर के निचले इलाके में होने के कारण जेल से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसी कारण जुलाई माह में भी भीषण बारिश के दौरान जिला जेल में कई दिनों तक बारिश का पानी ठहरा हुआ था, जिससे जेल कर्मियों के साथ जेल में बंद कैदियों को भी काफी असुविधा हुई थी.

बलिया के इतिहास में पहली बार कैदियों का ट्रांसफर
पूर्वांचल में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बलिया में चार दिनों की बारिश ने नगर पालिका परिषद की पोल खोल कर रख दी है. सबसे बड़ी मुसीबत जिला कारागार में हुई, जहां कैदियों के बैरक, जेल के अस्पताल, जेल अधीक्षक और जेलर के कार्यालय के साथ रसोई घर में भी बारिश का पानी घुस गया. बलिया जिला जेल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है. 500 कैदियों को आनन-फानन में आजमगढ़ जेल के लिए शिफ्ट किया जा रहा है, जिसमें 45 महिला कैदी भी शामिल हैं.

क्षमता से ज्यादा है बलिया कारागार में कैदी
सन 1917 ब्रिटिश काल में तैयार हुआ बलिया कारागार में 350 बंदियों को रखने का स्थान है, लेकिन वर्तमान समय में बलिया जिला कारागार में करीब 900 महिला-पुरुष कैदी बंद हैं. जो मानक से ढ़ाई गुना अधिक हैं. अगस्त महीने में जेल में बंद कैदियों ने पर्याप्त भोजन और रहने का सही प्रबंध न होने के चलते जमकर हंगामा किया था, जिसके बाद कुछ कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया था.

इसे भी पढ़ें:- क्या वाकई गाजीपुर से नहीं बलिया से चलेगी सुहेलदेव और बांद्रा एक्सप्रेस ?

बारिश से सभी बंदी परेशान हैं. बारिश का पानी महिला अस्पताल, बैरक नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी जगह पहुंच गया है. हम लोग भी बारिश के पानी में खड़े होकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
-वीरेन्द्र कुमार, कारागार सिपाही

लगातार हो रही बारिश से जेल में पानी भर गया है, क्योंकि जेल के बाहर नालियां पूरी तरह भर चुकी हैं. इसलिए जेल का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है. जेल प्रशासन उच्च अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल में शिफ्ट करने जा रहा है.
-राम आसरे, एडीएम

Intro:बलिया सहित पूरे पूर्वांचल ने पिछले 4 दिनों से भीषण बारिश हो रही है जिससे चारों ओर पानी पानी हो गया है बलिया मैं बारिश के पानी के कारण सड़कों से लेकर कार्यालयों तक पानी भर गया है बलिया जिला कारागार में बारिश का पानी कैदियों के बैराको और जेल अस्पताल तक पहुंच गया है जिस करण जेल प्रशासन ने बलिया जिला कारागार में बंद 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है


Body:गुरुवार से शुरू हुई बारिश बलिया में रुकने का नाम नहीं ले रही है लगातार हो रही बारिश से जहां जनजीवन थम सा गया है वही तापमान में भी भारी गिरावट आ गई है बलिया के जिला कारागार जो 1917 ब्रिटिश काल में तैयार हुआ था बारिश के पानी से पूरी तरह जलमग्न हो गया सड़क से जिला जेल तक पहुंचने वाली मार्ग से लेकर जेल के अंदर बैरक जेल अस्पताल अधिकारियों के कार्यालय यहां तक कि कैदियों के खाना बनाने के रसोइयों में भी बारिश का पानी जमा हो गया है

लगातार हो रही बारिश से जेल के अंदर बंद कैदियों की बैरक में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है इसलिए जेल प्रशासन ने पंपिंग सेट की मदद से लगातार पानी को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है बावजूद इसके पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है लिहाजा जेल प्रशासन कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है

जुलाई माह में भी बारिश के पानी से जलमग्न हुआ था जेल

जेल परिसर शहर के निचले इलाकों में होने के कारण यहां पर जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है इसी कारण जुलाई माह में भी भीषण बारिश के दौरान जिला जेल में कई दिनों तक बारिश का पानी ठहरा हुआ था जिससे जेल कर्मियों के साथ जेल में बंद कैदियों को भी काफी असुविधा हुई थी

बलिया जेल की इतिहास में पहली बार बारिश के कारण हुआ कैदियों का ट्रांसफर

पूर्वांचल में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है बलिया में 4 दिनों की बारिश ने नगर पालिका परिषद की पोल खोल कर रख दी है सबसे बड़ी मुसीबत जिला कारागार में हुई जहां कैदियों के बैरक जेल के अस्पताल जेल अधीक्षक और जेलर के कार्यालय के साथ क्या जी अकेले भोजन बनाने वाले रसोई घर में भी बारिश का पानी पहुंच गया है जिस कारण पहली बार बलिया जिला जेल के इतिहास में 500 कैदियों को आनन-फानन में आजमगढ़ जेल के लिए शिफ्ट किया जा रहा है जिसमें 45 महिला कैदी भी शामिल है


क्षमता से ज्यादा है बलिया कारागार में कैदी

ब्रिटिश काल सन 1917 में तैयार हुआ बलिया के कारागार में 350 बंदियों को रखने का स्थान है लेकिन वर्तमान समय में बलिया जिला कारागार में करीब 900 महिला पुरुष कैदी बंद है जो मानक से ढाई गुना अधिक है अगस्त महीने में जेल में बंद कैदियों ने पर्याप्त भोजन और रहने का सही प्रबंध ना होने को लेकर जमकर हंगामा किया था जिसके बाद कुछ कैदियों को दूसरे जेल में भी शिफ्ट किया गया था





Conclusion:जेल पुलिसकर्मी वीरेंद्र कुमार ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से सभी बंदी परेशान है बारिश का पानी महिला अस्पताल बैरक नंबर 12345678 सभी जगह पहुंच गया है हम लोग भी बारिश के पानी में ही खड़े होकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं

जेल से कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने के लिए जेल प्रशासन ने शासन को पत्र लिखकर अनुमति प्राप्त कर ली है इस मामले में अपर जिलाधिकारी ने बताया कि लगातार हो रही बारिश से जेल में पानी भर गया है क्योंकि जेल के बाहर भी नालियां पूरी तरह भर चुकी है इसलिए जेल का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है जिस कारण आज ऐसी स्थिति हुई की तीन बैठकों में बारिश का पानी पूरी तरह चला गया है जिस कारण जेल प्रशासन ने उच्च अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है

बाइट1---वीरेन्द्र कुमार---कारागार सिपाही
बाइट2---राम आसरे---एडीएम
पीटीसी---प्रशान्त बनर्जी

प्रशान्त बनर्जी
बलिया
Last Updated : Sep 10, 2020, 12:25 PM IST
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