बलिया: पूरे पूर्वांचल में पिछले चार दिनों से भीषण बारिश हो रही है. भारी बारिश के चलते चारों ओर पानी भर गया है. जिला कारागार में बारिश का पानी कैदियों के बैरकों और जेल अस्पताल तक पहुंच गया है. बैरकों में पानी भर जाने के कारण जेल प्रशासन जिला कारागार में बंद 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की तैयारी कर रहा है.
- गुरुवार से शुरू हुई बारिश जिले में रुकने का नाम नहीं ले रही है.
- लगातार हो रही बारिश से जन-जीवन थम सा गया है और तापमान में भी भारी गिरावट आई है.
- बलिया का जिला कारागार सन 1917 में ब्रिटिश काल में तैयार हुआ था.
- बारिश के कारण पूरा जिला कारागार जलमग्न हो गया है.
- जिला कारागार में मुख्य मार्ग से लेकर बैरक तक पानी ही पानी नजर आ रहा है.
- जेल अस्पताल, अधिकारी कार्यालय, कैदियों की रसोइयां सहित हर जगह पानी जमा हो गया है.
कैदियों को शिफ्ट करने की तैयारी शुरू
लगातार हो रही बारिश से जेल के अंदर बंद कैदियों की बैरक में पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जेल प्रशासन पंपिंग सेट की मदद से लगातार पानी को बाहर निकालने का काम कर रहा है. बावजूद इसके पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लिहाजा जेल प्रशासन कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट करने की तैयारी में जुट गया है.
जुलाई माह में भी बारिश के पानी से जलमग्न हुआ था जेल
जेल परिसर शहर के निचले इलाके में होने के कारण जेल से जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है. इसी कारण जुलाई माह में भी भीषण बारिश के दौरान जिला जेल में कई दिनों तक बारिश का पानी ठहरा हुआ था, जिससे जेल कर्मियों के साथ जेल में बंद कैदियों को भी काफी असुविधा हुई थी.
बलिया के इतिहास में पहली बार कैदियों का ट्रांसफर
पूर्वांचल में हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. बलिया में चार दिनों की बारिश ने नगर पालिका परिषद की पोल खोल कर रख दी है. सबसे बड़ी मुसीबत जिला कारागार में हुई, जहां कैदियों के बैरक, जेल के अस्पताल, जेल अधीक्षक और जेलर के कार्यालय के साथ रसोई घर में भी बारिश का पानी घुस गया. बलिया जिला जेल के इतिहास में यह पहली बार हुआ है. 500 कैदियों को आनन-फानन में आजमगढ़ जेल के लिए शिफ्ट किया जा रहा है, जिसमें 45 महिला कैदी भी शामिल हैं.
क्षमता से ज्यादा है बलिया कारागार में कैदी
सन 1917 ब्रिटिश काल में तैयार हुआ बलिया कारागार में 350 बंदियों को रखने का स्थान है, लेकिन वर्तमान समय में बलिया जिला कारागार में करीब 900 महिला-पुरुष कैदी बंद हैं. जो मानक से ढ़ाई गुना अधिक हैं. अगस्त महीने में जेल में बंद कैदियों ने पर्याप्त भोजन और रहने का सही प्रबंध न होने के चलते जमकर हंगामा किया था, जिसके बाद कुछ कैदियों को दूसरे जेल में शिफ्ट किया गया था.
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बारिश से सभी बंदी परेशान हैं. बारिश का पानी महिला अस्पताल, बैरक नंबर 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7 और 8 सभी जगह पहुंच गया है. हम लोग भी बारिश के पानी में खड़े होकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं.
-वीरेन्द्र कुमार, कारागार सिपाही
लगातार हो रही बारिश से जेल में पानी भर गया है, क्योंकि जेल के बाहर नालियां पूरी तरह भर चुकी हैं. इसलिए जेल का पानी बाहर नहीं जा पा रहा है. जेल प्रशासन उच्च अधिकारियों से अनुमति प्राप्त कर 500 कैदियों को आजमगढ़ जेल में शिफ्ट करने जा रहा है.
-राम आसरे, एडीएम