बहराइच: जनपद में रविवार को अलग-अलग स्थानों पर दो लड़कियों ने घाघरा नदी में छलांग लगा दी. जिसमें एक किशोरी की मौत हो गई. वहीं बाराबंकी निवासी छात्रा की तलाश में गोताखोर नदी में बोट से चक्कर लगा रहे हैं.
देहात कोतवाल सत्येंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि नगर निवासी 17 वर्षीय मोना ने अपनी मां से बाजार जाने के लिए पैसे मांगे थे. इसी बात को लेकर मां ने उसे फटकार लगा दी. इससे नाराज किशोरी घर से निकलकर लखनऊ रोड स्थित गोलवाघाट पुल पर पहुंची और वहा कुछ देर तक वह पुल पर रेलिंग के पास खड़ी रही. कोई कुछ समझ पाता तब तक नदी में छलांग लगा दी. स्थानीय गोताखोरों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद किशोरी को नदी से बाहर निकाला गया. आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लाया गया. जहां मौके पर मौजूद चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
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दूसरी ओर जरवलरोड इलाके के घाघराघाट पुल से बाराबंकी जिले के दरियाबाद थाना के ग्राम बेहटा निवासी रमिता सुबह सात बजे घर से पढ़ने की बात कहकर साइकिल से निकली थीं. इसी दौरान वह घाघराघाट पुल पर पहुंची और साइकिल खड़ी कर नदी में छलांग लगा दी. घटना की जानकारी होने पर पुलिस ने गोताखोरों को नदी में उतारा लेकिन घंटाें मशक्कत के बाद भी छात्रा का पता नहीं चल पाया है. घटना से परिवार में कोहराम मचा हुआ है. थानाध्यक्ष राजेश सिंह ने बताया कि छात्रा की तलाश में गोताखोरों की टीम लगातार रेस्क्यू कर रही है. छात्रा के बैग से सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें लिखा है कि मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रही हूं. मेरी जीने की इच्छा नहीं है और जिसे भी यह मिले वह नीचे लिखे नंबरों पर जानकारी दे दे.
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