बहराइच: जाड़े की शुरूआत होते ही कतर्नियाघाट जंगल में शिकारियों की घुसपैठ शुरू हो जाती है. नेपाल के रास्ते जंगल में घुसकर शिकारी वन्य जीवों का शिकार करते हैं. फिर वापस नेपाल चले जाते हैं. इसके चलते वन विभाग व एसएसबी की तरफ से जंगल में संयुक्त पेट्रोलिंग करने की रणनीति बनाई गई है. इसके जरिए दुर्लभ वन्यजीवों का शिकार करने वालों पर शिकंजा कसने की तैयारी है.
इसके चलते गुरुवार को वन विभाग और एसएसबी की टीम ने जंगल में पेट्रोलिंग की. देर शाम घने जंगल के बीच गश्त के दौरान एक अज्ञात व्यक्ति दिखाई पड़ा. इसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया. इस दौरान उसके पास से चीतल की सींग व शिकार में उपयोग की जाने वाली एक बंदूक बरामद की गई. वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए उसे न्यायालय भेज दिया.
कतर्नियाघाट के प्रभागीय वन अधिकारी आकाशदीप बधावन ने इस संबंध में पूरी जानकारी दी. बताया कि कतर्निया वन्य जीव प्रभाग में वन कर्मियों के साथ एसएसबी 70वीं वाहिनी के जवान संयुक्त पेट्रोलिंग कर रहे थे. धर्मापुर रेंज में बीट संख्या-14 व कक्ष संख्या नौ के बाघ संरक्षित वन क्षेत्र में एक व्यक्ति दिखाई पड़ा. घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया गया. उसके पास से बंदूक भी बरामद की गई है.
यह भी पढ़ें- सपा में सम्मान मिला तो अपनी पार्टी का विलय करने के लिए भी हूं तैयार: शिवपाल यादव
पकड़ा गया आरोपी नेपाल के वर्दिया जिले के प्रगति बाजार के मधुबन गांव का रहने वाला है. आरोपी ने अपना नाम भीम बहादुर बताया है. डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि उसके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्जकर उसे न्यायालय भेजा गया है. गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसएसबी के निरीक्षक संदीप सिंह, सहायक उपनिरीक्षक स्वराज सिंह चौहान, मुख्य आरक्षी कैलाश गोपी, समेत वन विभाग के कई वनरक्षक अवनीश कुमार, शंकर प्रसाद, अच्छन व हीरालाल शामिल रहे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप