बाराबंकी: भारत सरकार के स्वच्छ भारत ग्रामीण मिशन के राष्ट्रीय सलाहकार ने बुधवार को बाराबंकी के मसौली ब्लॉक के आदर्श ग्राम पंचायत चंदवारा का स्थलीय निरीक्षण किया. दो सदस्यीय इस टीम ने गांव के शौचालयों, स्कूल में बने शौचालय और गांव के सामुदायिक शौचालय का जायजा लिया.
ग्रामीणों को बताई स्वच्छता की अहमियत
राष्ट्रीय सलाहकार ने ग्राम पंचायत में बने शौचालयों का निरीक्षण करते हुए कहा कि स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छता बहुत जरूरी है. उन्होंने कहा कि "आप सभी लोग शौचालयों का प्रयोग करें तथा खुले से शौच मुक्त गांव बनाने में सहयोग करें." टीम ने गांव की महिलाओं से शौचालय की उपयोगिता पर चर्चा की साथ ही लोगों से खुले में शौच न करने की अपील की. गांव में बने सार्वजनिक शौचालयों को देखकर टीम ने काफी प्रशंसा की. इस मौके पर टीम के सदस्य आनंद शेखर ने कहा कि चंदवारा गांव का सार्वजनिक शौचालय प्रदेश के लिए मॉडल शौचालय है.
ग्रामीणों में आए सामाजिक बदलाव को जाना
शासन के निर्देश पर पहुंची टीम ने गांव के आदर्श प्राथमिक विद्यालय डॉ. भीमराव आंबेडकर पार्क और पोषण वाटिका का जायजा लिया. टीम ने गांव के लोगों से ये भी जानने की कोशिश की कि इन विकास कार्यों से उनके सामाजिक जीवन मे कुछ परिवर्तन हुआ है या नहीं.
तीन बार मिला पुरस्कार
मसौली विकास खंड की चंदवारा ग्राम पंचायत यूपी में विकास के मामलों में उच्च पायदान पर है. महिला ग्राम प्रधान प्रकाशिनी जायसवाल ने अपनी मेहनत से गांव का कायाकल्प कर दिया लिहाजा वर्ष 2018 में इस गांव को पंडित दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार मिल चुका है. वर्ष 2019 दूसरी और वर्ष 2020 में तीसरी बार इस गांव को ये पुरस्कार मिला है.
ग्राम प्रधान की मेहनत से बना आदर्श गांव
इस गांव की आबादी लगभग 4465 है, जबकि यहां 587 परिवार रहते हैं. गांव में शत प्रतिशत शौचालय हैं. गांव में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. नाली खड़ंजे दुरुस्त हैं. प्रकाश की भी अच्छी व्यवस्था है, जगह जगह कूड़ेदान रखवाए गए हैं. गांव में पोषण वाटिका और भीमराव आंबेडकर पार्क भी है.