बहराइच : यह कुर्सी की चाहत ही है कि ग्राम प्रधान के चुनाव में इस बार कहीं सास के सामने बहू तो कहीं भाई-भाई एक दूसरे से जाेर आजमाइश करते नजर आ रहे हैं. इससे चुनावी मुकाबला जहां और भी दिलचस्प हुआ है, वहीं रिश्तों की इस उठापटक को लेकर भी चर्चा खासी आम हो गई है.
फखरपुर ब्लॉक के बेदौरा ग्राम पंचायत में प्रधान पद के लिए सुरेंद्र यादव की पत्नी सरोज यादव मैदान में हैं. उनके मुकाबले भाई गंगाराम यादव ने अपनी बहू श्यामादेवी यादव को मैदान में उतारा है. वैसे इस ग्राम पंचायत से दो अन्य लोग भी मैदान में हैं लेकिन रिश्ते की सास-बहू का मुकाबला रोचक हो चला है.
पिछड़ी महिला के लिए आरक्षित सीट से उम्मीदवार सरोज यादव एक दरवाजे से वोट मांग कर जैसे ही हटती हैं, बहू श्यामादेवी तुरंत वहां पहुंच जाती हैं. ऐसे में गांव के मतदाता पसोपेश में हैं. इससे पहले ग्राम प्रधान तिर्लोकी सिंह थे.
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सगे भाइयों का एक दूसरे के ताल ठोंकना चर्चा का विषय
ग्राम पंचायत तखवा में अनुसूचित महिला सीट पर सगे भाइयों ने एक-दूसरे के खिलाफ अपनी पत्नियों को मैदान में उतार दिया है. सागर की पत्नी रामकली, लक्ष्मन की पत्नी सुनीता देवी मैदान में एक-दूसरे के खिलाफ मैदान में हैं.
चचेरे भाई राजिंदर की पत्नी श्यामादेवी भी इसी गांव से चुनाव मैदान में हैं. गांव के मदन सिंह ने बताया कि सगे भाइयों का एक दूसरे के खिलाफ चुनाव मैदान में उतरना चर्चा का विषय बना हुआ है.