बहराइचः किसान जैविक खेती अपनाएं और इसे बढ़ावा दें. इससे उपज की लागत में कमी आएगी और सीधे किसानों को लाभ होगा. खेती-किसानी के साथ-साथ कृषि आधारित उद्योगों एवं व्यवसाय को भी अपनाएं. यह बातें पूर्व शिक्षा मंत्री व पयागपुर विधायक ने गुरुवार को आयोजित किसान मेले में कहीं. 'किसान कल्याण मिशन' के तहत बहराइच जिले के विकास खण्ड हुज़ूरपुर में वृहद किसान मेला, गोष्ठी एवं प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर आयोजित कृषि प्रदर्शनी में ऊर्जा, कृषि, एनआरएलएम, पशुपालन, विकास, रेशम, खाद्य एवं रसद, मण्डी, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, महिला एवं बाल विकास सहित अन्य विभागों व गैर संरकारी संस्थाओं के स्टाल लगाए गए थे.
बांटे चेक
किसान मेले के दौरान मुख्य अतिथि विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी व सदर विधायक अनुपमा जायसवाल ने ग्राम शेखापुर के कृषक देवेन्द्र कुमार व राकेश कुमार गोस्वामी को सोलर पंप, करमुल्लापुर के नन्द कुमार मौर्य को सीड ड्रिल, फार्म मशीनरी बैंक योजना के तहत 03 लाभार्थियों को प्रमाण-पत्र, ग्राम्य विकास विभाग के तहत 10, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 03, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), मनरेगा व उद्यान विभाग के 05-05 तथा सामूहिक विवाह योजना के 03 लाभार्थियों को प्रतीक चेक का वितरण किया गया.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संचालित केंद्र व राज्य सरकार बिना किसी भेदभाव के सबका साथ-सबका विकास के एजेंडे पर काम कर रही है. गांव, गरीब व किसानों का उत्थान केंद्र व राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. साथ ही कहा कि देश के किसान खुशहाल हों और उनका सम्मान बरकरार रहे इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार अनेकों योजनाएं संचालित कर रही हैं. किसानों से जैविक खेती अपनाने की अपील की. साथ ही कृषि आधारित उद्योगों एवं व्यवसाय को भी अपनाने पर जोर दिया.
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान
सदर विधायक अनुपमा जायसवाल ने कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान का नारा दिया है. इस नारे के साथ देश के किसानों के लिए एक सन्देश है कि कृषि में नई-नई तकनीक का समावेश करें. कृषि आधारित अन्य गतिविधियों पशुपालन, बागवानी, गन्ना इत्यादि तथा कृषि आधारित उद्योगों को अपनाकर अपनी वर्तमान आय को दोगुना करने का प्रयास करें. उन्होंने किसानों को सुझाव दिया कि कृषि विविधीकरण को अपनायें तथा अधिक से अधिक जैविक खाद का उपयोग करें.
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर जिला कृषि रक्षा अधिकारी आरडी वर्मा, जिला उद्यान अधिकारी पारसनाथ, खण्ड विकास अधिकारी संदीप कुमार सिंह, सीडीपीओ विमल कुमार सहित कृषि अन्य एलायड विभाग के अधिकारी, संभ्रान्तजन सहित लगभग 1000 कृषक मौजूद रहे. मुख्य विशेषता यह रही कि बड़ी संख्या में महिला कृषकों द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया.