बहराइच: नेपाल के बांके में आयोजित लुंबनी प्रादेशिक संस्कृत महोत्सव में नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान कमलादी काठमांडू और भेरी साहित्य समाज में रूपईडीहा निवासी मिथिलेश जायसवाल को अवधी साहित्य संरक्षण के लिए सम्मानित किया गया है. मिथिलेश दोनों पैर से विकलांग होने के बावजूद भी ये मुकाम हासिल कर लिया है. मिथलेश को यह सम्मान मिलने से लोगों ने खुशी जाहिर की है. क्षेत्र के लोगों ने मिथिलेश के आवास पर पहुंच के बधाई के साथ शुभकामनाएं भी दी.
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लोककला आकर्षण का केंद्र रही
कार्यक्रम में बहुभाषिक हास्य व्यंग्य काव्य गोष्ठी एवं नेपाल की पारंपरिक लोककला आकर्षण का केंद्र रही. कार्यक्रम में हास्य कवि पीके प्रचंड, महेश्वर बक्स सिंह, तिलकराम अजनबी, प्रमोद साधक आदि ने कविता पाठ किया. इस अवसर पर नेपाल प्रज्ञा प्रतिष्ठान के सचिव जगत उपाध्याय, विक्रममणि त्रिपाठी, भेरी साहित्य समाज के अध्यक्ष हरिप्रसाद तिमिलिसना, सनत कुमार रेगमी, विष्णुलाल कुमाल, विजय जायसवाल, श्रवण कुमार, प्रीतम श्रीवास्तव आदि साहित्यकार उपस्थित रहे.