बहराइच जिले में घाघरा नदी अपने उफान पर है. जलस्तर बढ़ने के कारण महसी, मोतीपुर और कैसरगंज तहसील के 12 से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं. कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. एल्गिन ब्रिज पर घाघरा नदी खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर और घूरदेवी में 29 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
11 गांव बाढ़ से प्रभावित
बहराइच में घाघरा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है, इसका एक कारण नेपाल के पहाड़ों में लगातार बारिश का होना भी है. घाघरा का जलस्तर बढ़ने के कारण महसी तहसील क्षेत्र के 11 गांव, मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र के सोमई गौढी, कैसरगंज तहसील क्षेत्र के अहाता गांव बाढ़ से प्रभावित हैं.
कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है, जिसके चलते लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. बाढ़ पीड़ित ग्रामीण अब सुरक्षित ठिकाने की ओर पलायन करने को मजबूर हैं. बाढ़ की समस्या से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम को लगाया गया है, जो बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लेने में जुटी है.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही घाघरा
आंकड़ों के अनुसार गिरजा पुरी, गोपियां शारदा और बनबसा बैराज से 4,35,131 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जलस्तर बढ़ने के कारण एल्गिन ब्रिज पर घाघरा खतरे के निशान से 72 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है, जबकि घूरदेवी में घाघरा खतरे के निशान से 29 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई है.
बाढ़ की समस्या को देखते हुए तहसीलदार महसी ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों को सुरक्षित ठिकाने पर पहुंचाने के लिए नाव का प्रबंध करना शुरू कर दिया है. तहसीलदार महसी ने बताया कि घाघरा का जलस्तर बढ़ने से तटवर्ती 11 गांव बाढ़ से प्रभावित हो गए हैं.