बहराइच: कई दिनों से कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग में दहशत का पर्याय बने तेंदुआ आखिरकार शुक्रवार को पिजड़े में कैद हो गया. जिससे क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली. निशानगाड़ा रेंज अंतर्गत ग्राम पंचायत कारीकोट के लोहरा गांव में 20 अक्टूबर को घर के बाहर नल पर पानी पीने गई 8 वर्षीय बालिका किरन पर अचानक घात लगाकर तेंदुए ने हमला कर दिया था. जिसमें, बालिका गंभीर रूप से घायल हो गई थी. इसके बाद निशानगाड़ा रेंज में वन विभाग पिंजरा लगाया था, जिसमें वह शुक्रवार को कैद हो गया. तेंदुए को रेंज कार्यालय लाया गया, जहां स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद जंगल में छोड़ दिया जायेगा.
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गौरतलब है कि तेंदुआ लोहरा और आजमगढ़ पुरवा गांव में चहल कदमी कर रहा था. जिसको देखते हुए प्रभागीय वनाधिकारी आकाशदीप बधावन ने भी मौके का दौरा कर पिंजरा लगवाया था. डीएफओ आकाशदीप बधावन ने बताया कि डिप्टी रेंजर रामकुमार द्वितीय के नेतृत्व में वन विभाग की टीम 24 घंटे मॉनिटरिंग कर रही थी. पिंजरे में बकरी को बांधा गया था. शुक्रवार को तेंदुआ पिंजरे के अंदर बकरी के शिकार के लालच में पकड़ में आ गया. जिससे अब ग्रामीणों ने राहत की सास ली. वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि तेंदुआ मादा है. तेंदुए के पकड़े जाने से ग्रामीणों को अब राहत मिलेगी. डीएफओ आकाशदीप वधावन ने बताया कि तेंदुआ की उम्र दो से तीन माह है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण कर और अधिकारियों के दिशा निर्देश पर तेंदुआ को जंगल में आबादी से दूर छोड़ दिया जायेगा.
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