बहराइच: भारत-नेपाल सीमावर्ती गांव महराज नगर चरदा में नशा उन्मूलन एवं किसान चौपाल का आयोजन किया गया. चौपाल को संबोधित करते हुए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. अजीत चंद्रा ने कहा कि नशा हमारे समाज को खोखला करने के साथ परिवार और समाज को विघटित कर रहा है. नशा पर पूर्ण प्रतिबंध लगाकर परिवार और समाज का उत्थान किया जा सकता है. यह सामाजिक जनजागरण से ही सम्भव है.
मानव जीवन के अस्तित्व के लिए करें वृक्षारोपण
महामना मालवीय मिशन अवध की ओर से आयोजित किसान चौपाल को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अजीत चंद्रा ने कहा कि मानव जीवन का अस्तित्व बचाए रखने के लिए अधिकाधिक संख्या में वृक्षारोपण और उनका संरक्षण किया जाए.
समाज अपने दायित्वों का करे निर्वहन
क्षेत्राधिकारी नानपारा डॉ. जंग बहादुर यादव ने कहा कि नशा मानव जीवन के लिए घातक है. वहीं, सीमावर्ती इलाकों में बढ़ रहे नशा के प्रचलन को रोकने के लिए पुलिस, प्रशासन और सशस्त्र सीमा बल के साथ मिलकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इसके साथ ही नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि नशा पर विराम तभी सम्भव है, जब समाज अपने दायित्वों का निर्वहन करेगा.
नशे के प्रभाव में आकर लगातार हो रहीं मौतें
महामना मालवीय मिशन के अध्यक्ष बहराइच अवध संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में नशे के अधिक प्रभाव में आकर लगातार मौतें हो रही हैं. इसके चलते परिवार और समाज बर्बाद हो रहा है. इस पर प्रभावी रोकथाम के लिए लगातार जनजागरण अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही पर्यवारण संक्षण के लिए पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण भी किया जा रहा है.
दुधारू पशुओं को पालकर समृद्धशाली बनें किसान
पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रदीप वर्मा ने आह्वान करते हुए कहा कि किसान उन्नतशील प्रजाति के दुधारू पशुओं को पालकर समृद्धशाली बन सकते हैं. वहीं, यह कार्यक्रम प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ अर्चित श्रीवास्तव, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए गौतम के तत्वावधान में आयोजित किया गया था. चिकित्सा शिविर में लगभग दो सौ लोगों का नि:शुल्क चिकित्सकीय परामर्श के साथ औषधियों का वितरण भी किया गया.
ग्रामीणों ने नशाबंदी को लेकर लिया संकल्प
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता मिशन के संरक्षक पूर्व प्राचार्य बृजनरेश श्रीवास्तव ने किया था. वहीं, विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित महन्त शिवालय बाग वीरेंद्र गिरी जी महाराज के नेतृत्व में सामूहिक रूप से ग्रामीणों ने पूर्ण नशाबंदी अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया. पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर उन्हें संरक्षित रखने का आह्नान किया.