बहराइच : केंद्र सरकार की और से तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने के बाद भी मुस्लिम महिलाओं के साथ भेदभाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला जनपद बहराइच का है, जहां पर एक युवक ने बेटी पैदा होने पर पत्नी को तीन तलाक देकर उसे बेसहारा छोड़ दिया. जब पत्नी ने अपने साथ हुए इस जुल्म की जानकारी पुलिस को दी तो तो मुकदमा तो दर्ज कर लिया गया लेकिन आरोपी पति के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद पीड़ित महिला आज अपने परिवार के साथ जिले के दौरे पर आए कैबिनेट मंत्री सूर्य प्रताप शाही से इंसाफ मांगने के लिए पहुंच गई.
डाक बंगले पर पहुंची महिला को देख वहां मौजूद अधिकारी सकते में आ गए और उन्होंने परिजनों से आरोपी पति को तत्काल गिरफ्तार कर कार्रवाई कराने का आश्वासन देकर वापस भेज दिया. लेकिन सोचने वाली बात ये है कि जहां एक तरफ प्रदेश सरकार की और से मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के खिलाफ तुरंत सख्त कार्रवाई करने की बात कही जा रही है, वहीं दूसरी और एक तीन तलाक पीड़ित न्याय पाने के लिए अधिकारियों के दरवाजे पर और दर-दर भटक रही है.
एक महिला ने शिकायत की है कि उनके पति ने उसको तीन तलाक इसलिए दे दिया कि उसको बेटी पैदा हुई है. पूरे प्रकरण में पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है. उसमें विवेचना की जा रही है. जो भी तथ्य, साक्ष्य निकलकर सामने आएंगे, उसके आधार पर अतिशीघ्र कार्रवाई कराई जाएगी.
-कुंवर ज्ञानंजय सिंह, प्रभारी एसपी