बहराइच: कोरोना काल में कैसरगंज तहसील प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल फखरपुर ब्लॉक स्थित नन्दवल में बनाए गए बाढ़ राहत चौकी पर राहत सामग्री न वितरित कर जिनके नाम सूची में हैं, उन्हें कैसरगंज तहसील बुलाकर वितरण किया जा रहा है. इस दौरान लोगों को राहत सामग्री लेने जाने में तमाम परेशानियां हो रही हैं. राहत सामग्री लेने जाने के लिए लोगों को लगभग 150 रूपये तक का किराया देना पड़ रहा है. वहीं जरूरतमन्दों के लिस्ट से नाम कटने से लोग आक्रोशित हैं.
अल्लीपुरद्रौना निवासी जितेंद्र सिंह, पूर्व जिलापंचायत विशाल सिंह मुन्ना, विनोद अमर तेवारी रामचन्द्र वर्मा समाजसेवी व ननके मेड़ी लाल हरदिन राकेस राजा राम समयदीन रामकुमार सन्तराम आदि बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि लॉकडाउन से मजबूर लोगों के पास पर्याप्त भोजन नहीं है, ऐसे में राहत सामग्री लेने जाने के लिए किराया कहां से लाया जाए. जरूरतमंदों के लिए सवारी का कोई साधन नहीं है. प्राइवेट टेम्पू ट्राली बुक कराने पर प्रति व्यक्ति 100 से 150 रुपए खर्च आता है.
उन्होंने बताया कि पड़ोसी गांव अलीपुर में 600 लोगों के नाम की सूची तहसील प्रशासन के पास मौजूद है. जिन्हें राहत सामग्री का वितरण नंदवल विद्यालय में करवाना चाहिए था. लेकिन ऐसा ना करके पीड़ितों को वितरण के लिए कैसरगंज बुलाया जा रहा है. इस दौरान दिव्यांग और बुजुर्गों को सबसे अधिक परेशानी हो रही है. सैकड़ों लोग राहत सामग्री पाने से वंचित रह जाते हैं. लोगों की मांग है कि यदि राहत सामग्री बांध के पास बाढ़ चौकी नन्दवल पर वितरण किया जाता है तो इन लोगों को प्राप्त हो जाएगा. अन्यथा हम लोग धरना प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे.
लेखपाल कृष्ण मुरारी ने बताया कि बुधवार को नन्दवल के 111 लोगों को कैसरगंज बुलाकर राहत सामग्री वितरित की गई है. बाकी लोगों को गुरुवार को वितरण किया जाएगा. बांध के उस पार रहने वाले ग्रामीणों की मांग है कि बाढ़ वाले क्षेत्र में बाढ़ चौकी नन्दवल पर वितरण किया जाए. वहीं लोगों का कहना है कि जल्द से जल्द इसकी व्यवस्था नहीं की गई तो वे धरना प्रदर्शन कर विरोध जताएंगे.