बहराइच: जिलाधिकारी शंभू कुमार ने महसी के कटान प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर कटान की जमीनी हकीकत जानी. उन्होंने अधिकारियों को कटान पीड़ितों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. साथ ही एसडीएम महसी और एनडीआरएफ के अधिकारियों को मौके का निरीक्षण कर सुरक्षात्मक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. महसी तहसील क्षेत्र के पिपरी, टिकुरी सहित कई गांव में घाघरा की कटान जारी है. दर्जनों मकान और सैकड़ों बीघे फसल घाघरा की धारा में विलीन हो चुकी है.
डीएम ने एसडीएम, तहसीलदार,अधि. अभि. बाढ़ खण्ड, इन्सपेक्टर एनडीआरएफ व अन्य सम्बन्धित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में नियमित भ्रमणशील रहकर स्थिति पर दृष्टि बनाये रखें और प्रभावित लोगों को तत्काल हर संभव सहायता मुहैया करायी जाए. बाढ़ राहत चौकियों व बाढ़ शरणालयों को भी अलर्ट रखा जाए. एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर विनय कुमार को प्रभवित क्षेत्रों में भ्रमणशील रहकर लोगों को बाढ़ से बचाव के तौर तरीके बताने का भी निर्देश दिया. निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने मौजूद ग्राम वासियों को कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए फेस कवर, साफ-सफाई, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करने का भी सुझाव दिया.
निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी महसी ने बताया कि कटान प्रभावित लोगों के विस्थापन के लिए ग्राम करेहना में प्रभावित लोगों को भूमि आंवटित कर दिया गया है. भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने कटान प्रभावित मंशाराम, जानकी प्रसाद, किरन देवी व संगीता को अनुग्रह राशि का प्रमाण पत्र भी प्रदान किया. सभी कटान प्रभावित लोगों के अनुग्रह राशि उनके बैंक खातों में भेज दी गयी है.
इस अवसर पर ज्वाइन्ट मजिस्ट्रेट प्रशिक्षु आईएएस सूरज पटेल, उपजिलाधिकारी महसी एसएन त्रिपाठी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. बलवन्त सिंह, अधि.अभि. ड्रेनेज खण्ड शोभित कुशवाहा, तहसीलदार महसी राजेश कुमार वर्मा, सहायक अभि. ड्रेनेज़ खण्ड बी.बी. पाल, एनडीआरएफ के इस्पेक्टर विनय कुमार व अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे.