बहराइच: जिले में स्थित कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के पांच रेंजों में अब नई तकनीक से ग्रास लैंड का विकास किया रहा है. सुजौली, मुर्तिहा, धर्मापुर, कतर्निया रेंजों में तेज गति से कार्य चल रहा है. निशानगाड़ा रेंज में कार्य पूर्ण हो चुका है.
अभी तक निशांनगाढ़ा रेंज के भैंसालोट नामक ग्रास लैंड को नए सिरे से विकसित किया गया है. निशानगाड़ा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी दयाशंकर ने बताया कि जंगल से सटा ग्रासलैंड है. इसके किनारे लगभग 900 मीटर की तारफेंसिंग कराई जाएगी, जिससे वन्य जीवों से ग्रासलैंड की सुरक्षा की जा सके. खासतौर पर हिरण, चीतल, पाढ़ा, बारहसिंघा, जंगली सुअर के लिए ग्रासलैंड बनाया गया है.
एक ग्रास लैंड पर चार लाख रुपये खर्च
एक ग्रासलैंड को विकसित करने पर चार लाख रुपये खर्च किए जा रहे हैं. प्रभागीय वनाधिकारी यशवंत ने बताया कि कतर्निया जंगल के पांच रेंजों में विशेष प्रबंधन के तहत ग्रासलैंड विकसित किया जा रहा है. कैंपा योजना के तहत यह कार्य कराया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जल्दी ही सभी पांचो रेंजो में ग्रास लैंड का काम पूरा कराया जायेगा.