बहराइच: प्रदेश की योगी सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए सरकार लगातार प्रयासरत है. प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक खुद स्वास्थ्य विभाग से जुड़े मामले को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही को बर्दास्त नहीं करते हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के मोतीपुर इलाके से सामने आया है. जिसमें डॉक्टर की लापरवाही की वजह से एक बच्ची का पैर काटना पड़ा था. अब इस मामले में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने हॉस्पिटल को सील करने और दोषी चिकित्सकों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.
थाना मोतीपुर क्षेत्र के दौलतपुर की रहने वाली 8 वर्षीय रिम्मी गुप्ता को एक वाहन ने जोरदार टक्कर मार दी थी. इस हादसे में रिम्मी का दांया पैर टूट गया था. आनन-फानन में परिजन उसे पास की एक क्लीनिक पर ले गए. यहां उसके पैर में क्लीनिक के डॉ. राकेश यादव ने गलत तरीके से प्लास्टर चढ़ा दिया था. गलत तरीके से प्लास्टर बांधने के कारण बच्ची के पैर में इंफेक्शन हो गया. समस्या बढ़ने पर परिजन उसे लखीमपुर ले गए. इंफेक्शन बहुत ज्यादा बढ़ जाने के कारण रिम्मी का पैर काटना पड़ा.
परिजनों का आरोप था कि स्थानीय डॉ. राकेश यादव ने इलाज के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ले लिए और उनकी लड़की की जिंदगी भी खराब कर दी. डॉ. राकेश यादव की वजह से उनकी बेटी का दाहिना पैर कट गया. पीड़ित पिता अरविंद ने डीएम से सोमवार को मिलकर शिकायत की थी. डीएम डॉ. दिनेश चंद्र ने तत्काल इस संबंध में सीएमओ को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया था. वहीं, सीएमओ डॉ. सतीश कुमार सिंह ने एसीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम गठित कर जांच कर रिपोर्ट देने की बात कही है.
अब उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट से पोस्ट करके बताया है कि रामपुर पॉलीक्लिनिक एंड हेल्थ केयर सेंटर रामपुर चौराहा बहराइच में चोटिल बच्ची के पैर में गलत प्लास्टर चढ़ाने के कारण बच्चे का पैर काटे जाने के प्रकरण सामने आया था. इस मामले में विभाग ने पूर्व में ही उक्त हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन निरस्त करते हुए सील कर दिया है. सीएमओ बहराइच दोषी चिकित्सक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर विविध कार्रवाई कर रहे हैं.
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