बहराइच: सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य औ लेखक केएस भगवान द्वारा धार्मिक ग्रंथ रामचरित्रमानस पर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में मंगलवार को भी हिंदूवादी नेताओं ने रामचरित मानस पर आतपत्तिजनक टिप्पणी देने वालों के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला फूंका.
इसी कड़ी में बहराइच में हिंदू संगठनों के लोगों ने सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करते हुए धार्मिक ग्रंथ पर आपत्तिजनक बयान देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग है. इस संबंध में संगठन के लोगों ने बहराइच सिटी मजिस्ट्रेट को अपनी मांगों को लेकर एक ज्ञापन भी दिया है. ज्ञापन में प्रदर्शनकारियों ने मांग की है कि दोनों नेता मांगे नहीं तो जेल जाएं. हिंदू संगठन के लोगों ने आगे कहा कि हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो यूपी के मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई की मांग करेंगे.
रामचरितमानस प्रचार सेवा समिति महामंत्री गुप्ता विनोद गुप्ता ने कहा कि श्रीरामचरित मानस हमारा धार्मिक ग्रंथ होने के साथ-साथ पूजनीय भी है. इसके अखण्ड पाठ व सुन्दरकाण्ड पाठ करवाने से अनेकानेक लोगों को लाभान्वित होते व मनोकामना पूर्ण होते देखा गया है. यह हमारी ऑस्था का केन्द्र है तथा इस कलियुग में सभी समस्याओं का निदान करने में सक्षम है. समाज में अराजकता फैलाने वाले ऐसे चन्द्रशेखर व स्वामी प्रसाद मौर्या के खिलाफ संज्ञान लेते हुए अपने प्रभाव से उन्हे मंत्री एवं विधायक पद से हटाया जाए तथा उनके खिलाफ दण्डात्मक कार्रवाई की जाए. जनमानस से क्षमा याचना के लिए भी निर्देशित किया जाए. जिससे भविष्य में कोई ऐसा घर्णित कार्य करने की चेष्ठा न करें.
बागपत में फूंका पुतला: एक ओर जहां स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर अमर्यादित ब्यान दिया है. तो वहीं लेखक केएस भगवान द्वारा प्रभु श्रीराम पर की गई विवादित टिप्पणी को लेकर भी लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. बागपत के बड़ौत में नेशनल हाइवे पर हिन्दू संगठन के लोग गुस्से में स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए उनके पुतले को फूंका है. लेखक केएस भगवान द्वारा एक विवादित बयान सामने आया था. जिसमे उन्होंने ये कहा था कि 'प्रभु श्रीराम, सीता माता के साथ बैठकर शराब पीते थे'. वहीं, दूसरी ओर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य भी पीछे नहीं रहे. उन्होंने रामचरितमानस को बकवास तक बता दिया और कहा कि सरकार को इसे बैन करना चाहिए. एक के बाद एक विवादित बयान सामने आने के बाद हिन्दू समाज के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. चारों तरफ स्वामी प्रसाद मौर्य व लेखक केएस भगवान के बयान की निन्दा की जा रही है.
मंगलवार को बागपत के बड़ौत में भी हिन्दू संगठन के लोगों ने एकत्रित होकर स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. यही नहीं दिल्ली देहरादून नेशनल हाइवे 709 बी पर संगठन के दर्जनों कार्यकर्ताओं व हिन्दू समाज के लोगों ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला भी फूंका. इस दौरान उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्य मुर्दाबाद व होश में आओ के नारे लगाए. वहीं, मीडिया से बात बातचीत करते हुए हिन्दू संगठन के पदाधिकारी अंकित बड़ौली ने कहा है कि मौर्य जैसे लोग समाज के अंदर जहर घोलने का काम करते है. इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.
पीलीभीत में भी फूंका स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला: जिले में हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका और पुलिस को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की. इस दौरान स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की गई और उनके दल बदलने को लेकर भी टिप्पणियां की गई. हिंदूवादी नेताओं का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य पवित्र ने रामचरितमानस को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है और लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने का काम किया है. हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष पंकज शर्मा का कहना है कि स्वामी प्रसाद मौर्य ने सोची समझी राजनीति के तहत रामचरितमानस के चौपाई का अपने हिसाब से मतलब समझाकर हिंदू समाज के समस्त वर्गों के बीच द्वेष भावना फैलाने का काम किया है. जिससे समाज की अखंडता और आपसी भाईचारे में फूट पड़े.
कन्नौज में एफआईआर दर्ज करने की मांग: जिले में भाजपाइयों ने तहरीर देकर स्वामी प्रसाद मौर्य पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. मंगलवार को भाजपा कार्यकर्ताओं ने सदर कोतवाली पहुंचकर सांकेतिक प्रदर्शन किया. आरोप लगाया है कि रामचरित मानस पर अमर्यादित टिप्पणी देकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. इससे लोगों में आक्रोश है. कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या व कुछ अन्य लोग लगातार हिन्दू धर्म को टॉरगेट कर रहे है. अगर जरूरत पड़ी उनके गांव व घर पर जाकर कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करेगें. स्वामी प्रसाद ने बयान देकर विधान सभा परिषद में ली गई शपथ का भी उल्लघंन किया है.
फर्रुखाबाद में संत समाज ने फूंका स्वामी प्रसाद का पुतला: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की मुश्किलें फिलहाल कम होती दिखाई नहीं दे रही है. राजनीतिक दलों और साधु संत की नाराजगी के बीच अब उनकी अपनी पार्टी टिप्पणी से दूरी बना रही है. मेला रामनगरिया में कल्पवास कर रहे साधु-संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका. भाजपा सांसद मुकेश राजपूत ने भी स्वामी प्रसाद मौर्य के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है.
मुकेश राजपूत ने मीडिया को बताया कि स्वामी प्रसाद मौर्य सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए बेतुकी बयानबाजी कर रहे हैं. वह समाजवादी पार्टी में उपेक्षित हैं और हाशिए में पड़े हैं. इसीलिए हाईलाइट होना चाहते हैं. वह बसपा में रहने के दौरान भगवान व समाज को गाली देते रहे. तिलक तराजू और तलवार के नारे लगाकर समाज में विघटन पैदा करते रहे हैं.
पांचाल घाट स्थित मेला रामनगरिया के गुस्साए साधु-संतों ने स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंक कर भड़ास निकाली. इस दौरान संत समाज जिंदाबाद, धर्म विरोधी मुर्दाबाद, स्वामी प्रसाद मौर्य मुर्दाबाद, स्वामी प्रसाद मौर्य को फांसी दो आदि नारे लगाए गए. मेला रामनगरिया के साधु संत एवं कल्प वासी स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा रामचरितमानस पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर काफी नाराज हैं.
वहीं, मेला रामनगरिया मैं चहल-पहल बढ़ गई है. नेताओं से लेकर मंत्री जिले में आकर मेले का रूप लुफ्त उठा रहे हैं. वहीं, सोशल मीडिया के माध्यम से सुश्री जया किशोरी जानकारी देगी 30 जनवरी को श्री रामनगरिया मेला में शाम 7:00 बजे भजन संध्या मेला में संस्कृत पंडाल में कार्यक्रम में उपस्थित रहूंगी. जिलाधिकारी संजय कुमार को धन्यवाद करते हुए कहा कि उनका आभार व्यक्त करती हूं.
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