बहराइच : स्वच्छता सर्वेक्षण रैंकिंग में जिले को 288वां स्थान मिला था. सर्वेक्षण में 99वीं रैंक पीछे जाने वाले बहराइच जिले में जल्द ही कूड़ा निस्तारण केंद्र का निर्माण शुरू हो जाएगा. शासन ने इस केंद्र के निर्माण के लिए चार करोड़ की राशि जारी की है.
गौरतलब है कि शहर में लगातार फैले कूड़े और चोक नालियों को लेकर आए दिन लोग नगरपालिका के खिलाफ विरोध जताते रहते हैं. शहर की आबादी लगभग पांच लाख के पास पहुंच चुकी है. 31 वार्डों से प्रतिदिन तकरीबन 70 से 75 टन कूड़ा निकलता है. कूड़ा निस्तारण न होने से पालिका कर्मी हाइवे किनारे से लेकर मुहल्लों में खाली पड़े प्लाट में कूड़ा डंप कर देते है.
कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए पालिका प्रशासन ने बहराइच-सीतपुर हाईवे स्थित जादवपुर के पास 10 एकड़ जमीन चिह्नित कर निर्माण के लिए शासन को दस करोड़ का प्रस्ताव भेजा था. नगर निकाय के संयुक्त सचिव कल्याण बनर्जी ने निस्तारण केंद्र के लिए चार करोड़ की धनराशि स्वीकृति कर इसकी जानकारी राज्य मिशन निदेशक स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) स्थानीय निकाय निदेशालय को दी.
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स्वीकृत धनराशि को स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के दिशा निर्देशों के अनुसार व्यय किए जाने के निर्देश दिए गए हैं. कार्यों की गुणवत्ता के साथ उसकी उपयोगिता का प्रमाणपत्र दिए जाने के बाद शेष धनराशि के व्यय की अनुमति मिलेगी.
अधिशासी अधिकारी दुर्गेश्वर त्रिपाठी ने बताया कि कूड़ा निस्तारण केंद्र के लिए भेजे गए प्रस्ताव को स्वीकृत कर शासन ने पहली किस्त अवमुक्त कर दी है. नगर पालिका द्वारा ग्राम जादवपुर में कूड़े के निस्तारण के लिए ज़मीन चिह्नित की गई है. कार्यदाई संस्था सीएनडीएस को जिम्मेदारी सौंपी गई है. जल्द केंद्र का निर्माण कर कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
वहीं, नगर पालिका रुबीना रेहान ने कहा कि शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. रणनीति बनाकर कूड़ा उठाने व नाली सफाई के साथ लोगों को जागरूक किया जा रहा है.