बहराइच : जिले में रास्ते की जमीन को खाली कराने की मांग को लेकर पीड़ित सालों से आला अफसरों की चौखट की खाक छान रहा है. लेकिन उसे इंसाफ नहीं मिल सका है. जिसके बाद आज पीड़ित ने दिव्यांग भाई के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर दस्तक दी. जहां उसने मुख्यमंत्री के नाम न्याय से संबंधित एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा. साथ ही पीड़ित ने चेतावनी दी है कि यदि फिर उसकी मांगे नहीं मानी गई, तो वह परिवार के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को मजबूर होगा.
दरअसल, ये मामला महसी तहसील क्षेत्र के ग्राम गधामार का है. जहां 70 वर्षों से मकान बनाकर रह रहे एक किसान का रास्ता दबंगों ने बंद कर दिया है. जिससे उसके यहां न तो किसी का आवागमन हो पा रहा है और ना ही कोई आयोजन होने पा रहा है. पीड़ित ने इस संबंध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा है. महसी तहसील क्षेत्र के ग्राम गधामार निवासी दुर्गेश अवस्थी पुत्र राकेश अवस्थी ने बताया कि उनकी कई पीढ़ियां गदामार गांव में पिछले 70 वर्षों से रह रही हैं. कुछ दिन पूर्व से दबंगों ने परंपरागत मार्ग पर कब्जा कर लिया है और उनका तथा उनके परिवार का रास्ता बंद कर दिया है. ऐसे में उन्हें गंभीर परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
पीड़ित दुर्गेश ने बताया कि पिछले दिनों उसके यहां एक समारोह का आयोजन था. लेकिन दबंगों ने मार्ग अवरुद्ध कर उनका आयोजन बाधित कर दिया. इतना ही नहीं रास्ता न होने के कारण वह लोगों के खेतों की मेड़ से होकर गुजरते हैं. उसका कहना था कि जिसके खेत की मेड़ से उसको गुजरना होता है वो लोग भी अपमानित करते हैं. पीड़ित ने बताया कि इस आशय की शिकायत बहराइच से लेकर लखनऊ तक की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी. पीड़ित ने बताया कि जिस भूमि पर उसने मकान बनवा रखा है, वह सवा बीघा है. उसी में से कुछ हिस्सा रास्ते का दर्ज करके उसकी समस्या को दूर किया जा सकता है. इस आशय की फरियाद कई बार तहसीलदार महसी, एसडीएम महसी, जिलाधिकारी बहराइच और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से की गई है, लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकाला गया. जिसके कारण उसका जीवन त्रासदी पूर्ण है. पीड़ित ने जिलाधिकारी से मांग की है कि एसडीएम महसी को निर्देशित किया जाए कि वह उसी की जमीन से रास्ता निकालकर उसका आवागमन सुलभ कराएं. जिससे भविष्य में होने वाली अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके. पीड़ित दुर्गेश ने बताया कि यदि उसकी मांग पर विचार नहीं किया गया तो वह परिवार समेत कलेक्ट्रेट परिसर में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करने को विवश होगा.