बहराइच : जनपद के कोतवाली नानपारा इलाके के भग्गापुरवा गांव स्थित एक घर में ईसाई धर्म के लिए ग्रामीणों को प्रेरित करने के लिए रविवार को सभा आयोजित की गई. हिंदू संगठनों के जानकारी होने पर विरोध जताया. इसके बाद इलाकाई पुलिस हरकत में आई और बिना वर्दी पहुंचे पुलिसकर्मियों ने मौके पर मौजूद पादरी को धार्मिक ग्रंथ के साथ पकड़ लिया. इससे वहां मौजूद महिलाएं आक्रोशित हो गईं. महिलाओं ने पुलिसकर्मियों से पादरी को छुड़ाने का प्रयास किया. इस दौरान मौजूद हिंदू संगठन से जुड़े लोगों से महिलाएं भिड़ गईं. हालांकि विरोध के बीच पुलिस पादरी को अपने साथ लेकर चली गई.
ग्रामीणों के अनुसार बीते एक माह से यहां प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी. इस पर विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक दीपक श्रीवास्तव ने पुलिस को तहरीर दी. तहरीर के अनुसार भग्गापुरवा गांव में मोतीपुर के मझाव काॅलोनी निवासी अनिल कुमार, मालती देवी, ताजपुर टेड़िया निवासी रामनरायन, बच्छराज व ननके, मोहम्मदी हार निवासी आकाश समेत सैकड़ों की संख्या में लोग संगठित होकर हिंदू धर्म के देवी देवताओं को अपमानित कर अपशब्द का प्रयाेग किया. यहां मौजूद पादरी ने लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया. इस घटना का वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है. पुलिस पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रही है. घटना से हिंदू संगठन से जुड़े लोगों में खासा आक्रोश है.
एसपी प्रशांत वर्मा ने बताया कि घटना की जानकारी हुई है. मामले की जांच की जा रही है. वहीं एएसपी ग्रामीण डाॅ. पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि क्षेत्रीय निवासी की ओर से एक पादरी पर लोगों को गुमराह कर घर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाया था. देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी एवं दूसरे धर्म के लिए प्रेरित करने के आरोप में छह लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जा रही है.