बागपत: जिले में हुई पूर्व प्रधान की हत्या की सनसनीखेज वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. हत्या जेल में बंद एक हत्यारोपी के ही इशारे पर की गई थी, ताकि पूर्व प्रधान चुनाव न लड़ सके और उसके मामले में गवाही भी न दे सके.
हत्या आरोपी के ही 4 साथियों ने दिनदहाड़े पूर्व प्रधान की अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी. पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले 3 हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर उनसे वारदात में इस्तेमाल असलहा, मोटरसाइकिल और लूटी गई रिवॉल्वर भी बरामद कर ली है. पुलिस फरार बदमाश की तलाश में जुटी है.
हत्यारोपी बदमाश गिरफ्तार
- हत्या का पूरा मामला बिनोली थाना क्षेत्र का है.
- धनोरा सिल्वरनगर गांव में 20 अगस्त को दिनदहाड़े पूर्व प्रधान ऋषि प्रताप राणा की अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी.
- हत्या के बाद आरोपी पूर्व प्रधान की लाइसेंसी रिवॉल्वर लूटकर ले गए थे.
- पुलिस ने सूचना पर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
- इनके पास से पुलिस ने लूटी गई रिवॉल्वर, एक पिस्टल, तीन तमंचे, कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है.
- पुलिस फरार हत्यारोपी की तलाश में जुटी है.
पुलिस को बताया कि हत्या की ये वारदात करने की पूरी साजिश जेल में बन्द धनोरा सिल्वरनगर के ही रहने वाले सोहनवीर सिंह ने रची थी, क्योंकि उसके पिता थानसिंह और उसका भाई सुनील गांव में ही 2016 में हुई देवी सिंह नाम के एक बुजुर्ग की हत्या की वारदात को अंजाम देने के मामले में बागपत जेल में बन्द है. उसी हत्या के मामले में ऋषि प्रताप राणा गवाह था. आरोपी सोहनवीर को ग्राम प्रधानी का चुनाव भी लड़ना था, लेकिन मृतक ऋषि उसके सामने चुनावों में खड़ा होता और पूर्व प्रधान की गवाही की वजह के चलते वह जेल से नहीं छूट पा रहा था. इसीलिए उसने सुपारी देकर पूर्व प्रधान की हत्या करवा दी.
- प्रताप गोपेन्द्र यादव, पुलिस अधीक्षक