बागपत: जिले में पुलिस की कार्यशैली से परेशान होकर करीब दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों ने घर के बाहर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए हैं, जिसके बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है. ग्रामीणों का आरोप है कि दोघट पुलिस गांव के युवाओं को घर या खेत से ले जाकर उन्हें फर्जी मुठभेड़ में दिखाकर जेल भेज रही है. वहीं पुलिस का कहना है कि ग्रामीणों के आरोप गलत हैं.
दरअसल, पूरा मामला दोघट थाना क्षेत्र के गांगनोली गांव का है. बीती 30 अगस्त को गांव के ही रहने वाले शातिर बदमाश प्रवीण राठी को टिकरी गांव के जंगल से एक मुठभेड़ के दौरान घायल अवस्था में गिरफ्तार कर लिया गया था. जबकि उसका उसका एक साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. पकड़े गए बदमाश के पास से पुलिस ने दोनाली बंदूक बरामद की थी. इसी मामले को लेकर बुधवार को गांगनोली के दो दर्जन से ज्यादा ग्रामीणों ने दोघट पुलिस के खिलाफ अपने मकान के सामने 'मकान बिकाऊ' के पोस्टर चस्पा कर दिए.
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ग्रामीणों का आरोप है कि वह दोघट पुलिस से परेशान आ चुके हैं, जिसके चलते वह गांव से पलायन करने को मजबूर हैं. दोघट पुलिस गांव से निर्दोष लोगों को ले जाकर उन्हें फर्जी मुठभेड़ में गिरफ्तार कर रही है. ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच नहीं हुई तो वे गांव नहीं, पूरे प्रदेश से पलायन करने को मजबूर होंगे.