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निलंबित सचिव ने परिवार के साथ विकास भवन में काटा हंगामा, बेटे ने ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर लगाई आग - निलंबित सचिव के बेटे ने विकास भवन में लगाई आग

यूपी के बदायूं में निलंबित सचिव के बेटे ने विकास भवन में स्थित कार्यालय में ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा ली. मौके पर मौजूद होमगार्ड और अन्य लोगों ने बमुश्किल आग बुझाई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा. मौके पर पहुंची पुलिस निलंबित सचिव समेत उसके बेटे और उसके परिजनों को जबरन पकड़कर ले गए.

निलंबित सचिव के बेटे ने लगाई आग.
निलंबित सचिव के बेटे ने लगाई आग.
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Published : Jul 28, 2021, 10:00 PM IST

बदायूं: जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन के प्रांगण में एक युवक ने आग लगा ली, जिससे विकास भवन में स्थित कार्यालय में हड़कंप मच गया. युवक के पिता राजेंद्र शर्मा साधन सहकारी समिति में सचिव के पद पर तैनात हैं, जिनका गबन के आरोपों के चलते निलंबन हो गया था. निलंबित सचिव बुधवार को अपने पत्नी और दो बेटों के साथ विकास भवन में शिकायत के निस्तारण के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान विकास भवन के बाहर प्रांगण में उनके पुत्र विपिन शर्मा ने अचानक अपने शरीर में ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली.


पूरा मामला विकास भवन का है. यहां दोपहर लगभग 1 बजे राजेंद्र शर्मा जो साधन सहकारी समिति सिठोली और बरामई में सचिव के पद पर हैं, वह गबन के आरोपों में काफी समय से निलंबित चल रहे हैं. बुधवार को वह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ विकास भवन में अधिकारियों से अपने मामले में न्याय की गुहार लगाने आए थे. इसी दौरान उनके बेटे विपिन ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा ली. आग लगते ही आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद होमगार्ड और अन्य लोगों ने बमुश्किल आग बुझाई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा. इसके बाद विकास भवन में निलंबित सचिव राजेंद्र और उनके बेटे मनोज ने अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए.

निलंबित सचिव ने परिवार के साथ विकास भवन में काटा हंगामा
निलंबित सचिव के बेटे मनोज ने भी अर्धनग्न अवस्था में विकास भवन के प्रांगण में प्रदर्शन किया और कोऑपरेटिव विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. मनोज का कहना था कि विभाग के कर्मचारी लाखों रुपए का गोलमाल कर चुके हैं और हम लोगों को लगातार परेशान कर रहे हैं. हमारी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. मामले की भनक जब पुलिस को लगी तो भारी संख्या में पुलिस बल विकास भवन पहुंच गया और निलंबित सचिव समेत उसके बेटे और उसके परिजनों को जबरन पकड़कर ले गए. इस दौरान सचिव के बेटे मनोज शर्मा ने पुलिस के अधिकारियों से एक बार मौके पर जिला अधिकारी को बुलाने की गुहार लगाई लेकिन, पुलिस ने उनकी एक न सुनी और उन्हें पकड़कर ले गई.

पूरे मामले पर सीडीओ निशा अनन्त का कहना है कि घटना लगभग दोपहर की है. हम सभी लोग अपने कार्यालय में बैठे हुए थे, तभी बाहर यह घटना घटित हो गई. अभी तक जो बात पता चली है उसके मुताबिक को ऑपरेटिव विभाग से संबंधित कोई मामला है, जिसके तहत इनके परिवार के माता-पिता और दो भाई यहां पर आए थे. उसमें से एक भाई ने अपने आप को जला लिया है. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है, दूसरे भाई को भी पुलिस थाने ले गई है. जैसे ही इसके संबंध में पूरी जानकारी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच करवाई जाएगी और जांच में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

बदायूं: जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन के प्रांगण में एक युवक ने आग लगा ली, जिससे विकास भवन में स्थित कार्यालय में हड़कंप मच गया. युवक के पिता राजेंद्र शर्मा साधन सहकारी समिति में सचिव के पद पर तैनात हैं, जिनका गबन के आरोपों के चलते निलंबन हो गया था. निलंबित सचिव बुधवार को अपने पत्नी और दो बेटों के साथ विकास भवन में शिकायत के निस्तारण के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान विकास भवन के बाहर प्रांगण में उनके पुत्र विपिन शर्मा ने अचानक अपने शरीर में ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा ली.


पूरा मामला विकास भवन का है. यहां दोपहर लगभग 1 बजे राजेंद्र शर्मा जो साधन सहकारी समिति सिठोली और बरामई में सचिव के पद पर हैं, वह गबन के आरोपों में काफी समय से निलंबित चल रहे हैं. बुधवार को वह अपनी पत्नी और दो बेटों के साथ विकास भवन में अधिकारियों से अपने मामले में न्याय की गुहार लगाने आए थे. इसी दौरान उनके बेटे विपिन ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क कर आग लगा ली. आग लगते ही आसपास मौजूद लोगों में हड़कंप मच गया. मौके पर मौजूद होमगार्ड और अन्य लोगों ने बमुश्किल आग बुझाई और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा. इसके बाद विकास भवन में निलंबित सचिव राजेंद्र और उनके बेटे मनोज ने अधिकारियों पर जमकर आरोप लगाए.

निलंबित सचिव ने परिवार के साथ विकास भवन में काटा हंगामा
निलंबित सचिव के बेटे मनोज ने भी अर्धनग्न अवस्था में विकास भवन के प्रांगण में प्रदर्शन किया और कोऑपरेटिव विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए. मनोज का कहना था कि विभाग के कर्मचारी लाखों रुपए का गोलमाल कर चुके हैं और हम लोगों को लगातार परेशान कर रहे हैं. हमारी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. मामले की भनक जब पुलिस को लगी तो भारी संख्या में पुलिस बल विकास भवन पहुंच गया और निलंबित सचिव समेत उसके बेटे और उसके परिजनों को जबरन पकड़कर ले गए. इस दौरान सचिव के बेटे मनोज शर्मा ने पुलिस के अधिकारियों से एक बार मौके पर जिला अधिकारी को बुलाने की गुहार लगाई लेकिन, पुलिस ने उनकी एक न सुनी और उन्हें पकड़कर ले गई.

पूरे मामले पर सीडीओ निशा अनन्त का कहना है कि घटना लगभग दोपहर की है. हम सभी लोग अपने कार्यालय में बैठे हुए थे, तभी बाहर यह घटना घटित हो गई. अभी तक जो बात पता चली है उसके मुताबिक को ऑपरेटिव विभाग से संबंधित कोई मामला है, जिसके तहत इनके परिवार के माता-पिता और दो भाई यहां पर आए थे. उसमें से एक भाई ने अपने आप को जला लिया है. उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है, दूसरे भाई को भी पुलिस थाने ले गई है. जैसे ही इसके संबंध में पूरी जानकारी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी. मामले की जांच करवाई जाएगी और जांच में जो भी अधिकारी या कर्मचारी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.

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