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गन्ना किसानों की अपनी ढपली, प्रशासन के अपने राग

जिले में गन्ना किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. जनपद की दोनों शुगर मिल पर गन्ने की पेराई भी शुरू हो गई है. वहीं अभी तक किसानों का पिछले वर्ष का बकाया भुगतान नहीं किया जा सका है.

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Published : Nov 23, 2020, 5:38 PM IST

गन्ना मिल पर गन्ने की पेराई शुरू.
गन्ना मिल पर गन्ने की पेराई शुरू.

बदायूंः जिले में गन्ना किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. जनपद की दोनों शुगर मिल पर गन्ने की पेराई भी शुरू हो गई है. साथ ही किसानों का गन्ना तौल भी शुरू हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी किसानों का पिछले वर्ष का बकाया पेमेंट अभी तक नहीं हो पाया है. जनपद की एकमात्र सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण भी अभी तक कागजों में लटका हुआ है.

गन्ना किसानों की समस्या.

मिल शुरू लेकिन नहीं मिला पिछले वर्ष का बकाया
बदायूं जनपद में दो शुगर मिल स्थापित हैं. जिनमें से एक शुगर मिल सहकारी क्षेत्र की है तथा दूसरी शुगर मिल प्राइवेट दोनों शुगर मिलों में पेराई सत्र शुरू हो गई है. सेंटरों पर किसानों की गन्ना खरीद भी स्टार्ट हो गई है, लेकिन किसानों की समस्याएं अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. किसानों का पिछले वर्ष का करोड़ों रुपया इन दोनों शुगर मिलों पर अभी तक बकाया है.

किसानों का कहना है कि पिछला बकाया जहां अभी तक नहीं मिल पाया है. वहीं सहकारी चीनी मिल शेखुपुर का विस्तारीकरण भी अभी तक कागजों में लटका हुआ है. नेताओं तथा अधिकारियों के सैकड़ों आश्वासनों के बावजूद अभी तक चीनी मिल का विस्तारीकरण नहीं हो पाया है. जिससे किसानों का गन्ना पड़ने में काफी दिक्कतें आ रही हैं. गन्ना डालने के लिए चीनी मिल पर कई-कई दिन लाइन लगानी पड़ती है.

किसान नेताओं का आरोप
किसान नेता राजेश सक्सेना के मुताबिक सरकार किसानों को धोखा देने का काम कर रही हैं. किसानों से कहा गया था कि जल्द ही सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण किया जाएगा. मंत्री के साथ-साथ स्थानीय नेताओं ने वायदा किया था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ. किसानों का यदु शुगर मिल पर अभी भी करोड़ों रुपया बकाया है. जिसका पिछले वर्ष का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है.

वहीं जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि गन्ना किसानों का पिछले वर्ष का बकाया पेमेंट जल्द से जल्द करवा दिया जाएगा. सहकारी चीनी मिल के विस्तारीकरण पार्क जिला अधिकारी का कहना है कि विस्तारीकरण की प्रक्रिया चल रही है. इस वर्ष विस्तारीकरण नहीं हो पाया. उम्मीद है अगले वर्ष विस्तारीकरण हो जाएगा तथा किसानों को इसका लाभ मिलेगा.

बदायूंः जिले में गन्ना किसानों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. जनपद की दोनों शुगर मिल पर गन्ने की पेराई भी शुरू हो गई है. साथ ही किसानों का गन्ना तौल भी शुरू हो चुकी है, लेकिन उसके बाद भी किसानों का पिछले वर्ष का बकाया पेमेंट अभी तक नहीं हो पाया है. जनपद की एकमात्र सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण भी अभी तक कागजों में लटका हुआ है.

गन्ना किसानों की समस्या.

मिल शुरू लेकिन नहीं मिला पिछले वर्ष का बकाया
बदायूं जनपद में दो शुगर मिल स्थापित हैं. जिनमें से एक शुगर मिल सहकारी क्षेत्र की है तथा दूसरी शुगर मिल प्राइवेट दोनों शुगर मिलों में पेराई सत्र शुरू हो गई है. सेंटरों पर किसानों की गन्ना खरीद भी स्टार्ट हो गई है, लेकिन किसानों की समस्याएं अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. किसानों का पिछले वर्ष का करोड़ों रुपया इन दोनों शुगर मिलों पर अभी तक बकाया है.

किसानों का कहना है कि पिछला बकाया जहां अभी तक नहीं मिल पाया है. वहीं सहकारी चीनी मिल शेखुपुर का विस्तारीकरण भी अभी तक कागजों में लटका हुआ है. नेताओं तथा अधिकारियों के सैकड़ों आश्वासनों के बावजूद अभी तक चीनी मिल का विस्तारीकरण नहीं हो पाया है. जिससे किसानों का गन्ना पड़ने में काफी दिक्कतें आ रही हैं. गन्ना डालने के लिए चीनी मिल पर कई-कई दिन लाइन लगानी पड़ती है.

किसान नेताओं का आरोप
किसान नेता राजेश सक्सेना के मुताबिक सरकार किसानों को धोखा देने का काम कर रही हैं. किसानों से कहा गया था कि जल्द ही सहकारी चीनी मिल का विस्तारीकरण किया जाएगा. मंत्री के साथ-साथ स्थानीय नेताओं ने वायदा किया था, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हुआ. किसानों का यदु शुगर मिल पर अभी भी करोड़ों रुपया बकाया है. जिसका पिछले वर्ष का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है.

वहीं जिलाधिकारी कुमार प्रशांत का कहना है कि गन्ना किसानों का पिछले वर्ष का बकाया पेमेंट जल्द से जल्द करवा दिया जाएगा. सहकारी चीनी मिल के विस्तारीकरण पार्क जिला अधिकारी का कहना है कि विस्तारीकरण की प्रक्रिया चल रही है. इस वर्ष विस्तारीकरण नहीं हो पाया. उम्मीद है अगले वर्ष विस्तारीकरण हो जाएगा तथा किसानों को इसका लाभ मिलेगा.

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