बदायूंः विसौली क्षेत्र के गांव सरह बरोलिया में झोलाछाप डॉ. के इंजेक्शन लगाने से एक बच्चे की मौत हो गई. मृतक के पिता ने बताया कि उनके बेटे को बंगाली डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाया था, जिसके कुछ देर बाद बेटे की मौत हो गई. पुलिस ने झोलाछाप डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है.
निमोनिया से ग्रसित था मासूम
प्रशासन एवं स्वास्थ्य महकमा बेशक गांव देहात में झोलाछाप चिकित्सकों की क्लीनिक बंद कराने का दावा कर रहा हो, लेकिन हकीकत से बिल्कुल जुदा है. तमाम प्रयासों के बावजूद भी गांव देहात में झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिक धड़ल्ले से चल रही हैं. निमोनिया से ग्रसित डेढ़ साल के मासूम की झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही मौत हो गई.
पुलिस ने डॉक्टर को लिया हिरासत में
मृतक मासूम के पिता की सूचना पर प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए. पुलिस ने शव का पंचनामा भरने के बाद पीएम को भेज दिया और आरोपी डॉक्टर को भी हिरासत में ले लिया है. इस मामले में अभी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है, पुलिस के मुताबिक बच्चे की पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है.
इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी हालत
गांव सरह बरोलिया निवासी तिलकधारी ने बताया, उसके डेढ़ साल के मासूम बच्चे तारों को शनिवार की रात निमोनिया की शिकायत महसूस हुई. इसके बाद गांव में ही क्लीनिक चलाने वाले झोलाछाप बंगाल के डॉक्टर विजय बाबू को दिखा दिया. विजय बाबू ने उसको एक इंजेक्शन लगाने के बाद घर भेज दिया. घर आते ही मासूम की हालत बिगड़ने लगी. परिजन उसको डॉक्टर के क्लीनिक पर लेकर भागे, लेकिन उसने दम तोड़ दिया. घटना से मृतक के परिवार में कोहराम मच हुआ है.