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बदायूं: देसी के शौकीनों को नहीं भा रहा विदेशी प्याज

उत्तर प्रदेश के बदायूं की मंडियों में विदेशी प्याज पहुंचने लगा है. बाजारों में विदेशी प्याज आने से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट आने लगी है. विदेश से आए प्याज की कीमत 50 रुपये किलो है. वहीं हिंदुस्तानी प्याज 70 रुपये किलो बिक रहा है.

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हिंदुस्तानी प्याज के आगे विदेशी प्याज की चमक फिंकी.
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Published : Jan 8, 2020, 2:01 PM IST

बदायूं: देश में प्याज की भारी किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू कर दिया है. इसकी वजह से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन विदेश से आया हुआ प्याज बिक्री में हिंदुस्तानी प्यास से पिछड़ता नजर आ रहा है. ग्राहकों का कहना है की विदेश से लाए गए प्याज में स्वाद नहीं है.

हिंदुस्तानी प्याज के आगे विदेशी प्याज की चमक फिंकी.

खास बातें

  • बदायूं जिले की मंडियों में विदेशी प्याज पहुंचने लगा है.
  • देश में प्याज की किल्लत के चलते विदेशों से प्याज लाया गया है.
  • विदेशी प्याज आने से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट आई है.
  • विदेश से आए प्याज की कीमत बाजारों में 50 रुपये किलो है.
  • हिंदुस्तानी प्याज अब भी बाजारों में 70 रुपये किलो बिक रहा है.

देश में प्याज की किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू किया है. यह प्याज अब बदायूं की मंडियों में भी पहुंच गया है और दुकानों पर बिक रहा है. विदेश से आया हुआ प्याज साइज में काफी बड़ा है. लगभग एक प्याज का वजन आधा किलो के करीब है. वहीं देसी प्याज की डिमांड आज भी भरपूर है लोगों का कहना है कि विदेश से आए हुए प्याज में स्वाद नहीं है.

सब्जी विक्रेता अर्जुन का कहना है कि विदेश से आए हुए इस प्याज में वजन ज्यादा है. साइज भी बड़ा है पर रेट कम है, लेकिन हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले पब्लिक इसे कम पसंद कर रही है. रेट ज्यादा होने के बावजूद भी हिंदुस्तानी प्याज की डिमांड यहां पर ज्यादा है.

बाजार में सब्जी खरीदने आए हरिनंदन का कहना है कि हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले विदेशी प्याज का स्वाद अच्छा नहीं है. महंगा होने के बावजूद भी लोग हिंदुस्तानी प्याज को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. साथ ही और खरीदारों का कहना है कि देसी प्याज खरीदते पर देशभक्ति भी है.

बदायूं: देश में प्याज की भारी किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू कर दिया है. इसकी वजह से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन विदेश से आया हुआ प्याज बिक्री में हिंदुस्तानी प्यास से पिछड़ता नजर आ रहा है. ग्राहकों का कहना है की विदेश से लाए गए प्याज में स्वाद नहीं है.

हिंदुस्तानी प्याज के आगे विदेशी प्याज की चमक फिंकी.

खास बातें

  • बदायूं जिले की मंडियों में विदेशी प्याज पहुंचने लगा है.
  • देश में प्याज की किल्लत के चलते विदेशों से प्याज लाया गया है.
  • विदेशी प्याज आने से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट आई है.
  • विदेश से आए प्याज की कीमत बाजारों में 50 रुपये किलो है.
  • हिंदुस्तानी प्याज अब भी बाजारों में 70 रुपये किलो बिक रहा है.

देश में प्याज की किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू किया है. यह प्याज अब बदायूं की मंडियों में भी पहुंच गया है और दुकानों पर बिक रहा है. विदेश से आया हुआ प्याज साइज में काफी बड़ा है. लगभग एक प्याज का वजन आधा किलो के करीब है. वहीं देसी प्याज की डिमांड आज भी भरपूर है लोगों का कहना है कि विदेश से आए हुए प्याज में स्वाद नहीं है.

सब्जी विक्रेता अर्जुन का कहना है कि विदेश से आए हुए इस प्याज में वजन ज्यादा है. साइज भी बड़ा है पर रेट कम है, लेकिन हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले पब्लिक इसे कम पसंद कर रही है. रेट ज्यादा होने के बावजूद भी हिंदुस्तानी प्याज की डिमांड यहां पर ज्यादा है.

बाजार में सब्जी खरीदने आए हरिनंदन का कहना है कि हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले विदेशी प्याज का स्वाद अच्छा नहीं है. महंगा होने के बावजूद भी लोग हिंदुस्तानी प्याज को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. साथ ही और खरीदारों का कहना है कि देसी प्याज खरीदते पर देशभक्ति भी है.

Intro:बदायूं की मंडियों में विदेशी प्याज पहुंच गया है विदेशी प्याज आने की वजह से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट तो आई है लेकिन विदेश से आया हुआ प्याज बिक्री में हिंदुस्तानी प्यास से पिछड़ाता नजर आ रहा है, बदायूं में विदेश से आए हुए प्याज की कीमत 50 रुपए किलो है वही हिंदुस्तानी प्याज आज भी 70 रुपए किलो बिक रहा है लेकिन ग्राहकों का कहना है की विदेश से आए हुए प्याज में स्वाद नहीं है।


Body:देश में प्याज की भारी किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात किया यह प्याज अब बदायूं की मंडियों में भी पहुंच गया है और दुकानों पर बिक रहा है, विदेश से आया हुआ प्याज साइज में काफी बड़ा है लगभग एक प्याज का वजन आधा किलो के करीब है वही देसी प्याज की डिमांड आज भी भरपूर है लोगों का कहना है कि विदेश से आए हुए प्याज में वह स्वाद नहीं है जो हिंदुस्तानी प्याज में है,

वही सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि विदेश से आए हुए इस प्याज में वजन ज्यादा है साइज भी बड़ा है पर रेट कम है ,लेकिन हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले पब्लिक इसे कम पसंद कर रही है और रेट ज्यादा होने के बावजूद भी हिंदुस्तानी प्याज की ही डिमांड यहां पर ज्यादा है।

बाइट--अर्जुन (सब्जी विक्रेता)


Conclusion:वही बाजार में सब्जी खरीदने आने वालों का कहना है कि हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले विदेशी प्याज का स्वाद अच्छा नहीं है जिसकी वजह से महंगा होने के बावजूद भी लोग हिंदुस्तानी प्याज को ही खरीदने में प्राथमिकता दे रहे हैं, साथ ही खरीदारों का कहना है कि देसी प्याज खरीदते पर देशभक्ति की भावना भी कहीं ना कहीं उन्हें विदेशी प्याज खरीदने से रोकती है स्वाद तो अपनी जगह है ही।

बाइट-- हरिनंदन (ग्राहक)

पीटीसी--समीर सक्सेना

समीर सक्सेना
बदायूँ
8630132286
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