बदायूं: देश में प्याज की भारी किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू कर दिया है. इसकी वजह से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है, लेकिन विदेश से आया हुआ प्याज बिक्री में हिंदुस्तानी प्यास से पिछड़ता नजर आ रहा है. ग्राहकों का कहना है की विदेश से लाए गए प्याज में स्वाद नहीं है.
खास बातें
- बदायूं जिले की मंडियों में विदेशी प्याज पहुंचने लगा है.
- देश में प्याज की किल्लत के चलते विदेशों से प्याज लाया गया है.
- विदेशी प्याज आने से हिंदुस्तानी प्याज की कीमतों में गिरावट आई है.
- विदेश से आए प्याज की कीमत बाजारों में 50 रुपये किलो है.
- हिंदुस्तानी प्याज अब भी बाजारों में 70 रुपये किलो बिक रहा है.
देश में प्याज की किल्लत को देखते हुए सरकार ने विदेशों से प्याज आयात करना शुरू किया है. यह प्याज अब बदायूं की मंडियों में भी पहुंच गया है और दुकानों पर बिक रहा है. विदेश से आया हुआ प्याज साइज में काफी बड़ा है. लगभग एक प्याज का वजन आधा किलो के करीब है. वहीं देसी प्याज की डिमांड आज भी भरपूर है लोगों का कहना है कि विदेश से आए हुए प्याज में स्वाद नहीं है.
सब्जी विक्रेता अर्जुन का कहना है कि विदेश से आए हुए इस प्याज में वजन ज्यादा है. साइज भी बड़ा है पर रेट कम है, लेकिन हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले पब्लिक इसे कम पसंद कर रही है. रेट ज्यादा होने के बावजूद भी हिंदुस्तानी प्याज की डिमांड यहां पर ज्यादा है.
बाजार में सब्जी खरीदने आए हरिनंदन का कहना है कि हिंदुस्तानी प्याज के मुकाबले विदेशी प्याज का स्वाद अच्छा नहीं है. महंगा होने के बावजूद भी लोग हिंदुस्तानी प्याज को ही प्राथमिकता दे रहे हैं. साथ ही और खरीदारों का कहना है कि देसी प्याज खरीदते पर देशभक्ति भी है.