बदायूं : इस्लामनगर थाना क्षेत्र में खेत में बनी एक झोपड़ी में अचानक आग लगने से दो मासूम बुरी तरह झुलस गए. पांच वर्षीय दिव्यांग बालिका की जलकर मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उसके दो वर्षीय छोटे भाई को गंभीर हालत में स्थानीय पीएचसी से हायर सेंटर रेफर किया गया है.
- नगला बारहा के रहने वाले ज्ञान सिंह अपनी पत्नी के साथ गेहूं की कटाई कर रहे थे. धूप से बचने के लिए उन्होंने खेत में छोटी सी झोपड़ी बना रखी थी.
- ज्ञान सिंह और उनकी पत्नी जब काम पर जाते तो बच्चों को झोपड़ी में छोड़कर चले जाते थे.
- रविवार को भी दोनों खेत में गेहूं काट रहे थे. दंपती अपने दोनों बच्चों पांच वर्षीय संध्या एवं दो वर्षीय वंश को खेत में बनी झोंपड़ी में छोड़ गए थे.
- दोपहर में बच्चे खेल रहे थे. इस दौरान अज्ञात कारणों से झोंपड़ी में आग लग गई और देखते ही देखते झोंपड़ी धू-धू कर जलने लगी.
- बच्चों की चीख पुकार सुनकर नजदीक के खेत में काम कर रहे लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े. ज्ञान सिंह भी मौके पर पहुंच गया, तब तक बालिका संध्या की जलकर मौत हो चुकी थी.
- संध्या पैदाइशी ही पैरों से दिव्यांग थी. दो वर्षीय वंश की हालत भी काफी गंभीर है, उसे स्थानीय पीएचसी से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.
- ग्रामीणों का कहना है कि झोपड़ी के पास कुछ अन्य बच्चे भी खेल रहे थे, जिन्होंने खेल-खेल में अनजाने में झोपड़ी में आग लगा दी.