बदायूं: जिले में 30 साल बाद सपा की हार हुई है. बदायूं में 30 साल से समाजवादी पार्टी का एक छत्र राज्य रहा है, लेकिन 2019 के चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य ने सपा प्रत्याशी धर्मेंद्र यादव को 18 हजार वोटों से हरा दिया. हार के बाद शुक्रवार को धर्मेंद्र यादव ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई.
- धर्मेंद्र यादव ने कहा कि वह संघमित्रा मौर्य से उम्मीद करेंगे कि वह बदायूं के लिए और बेहतर काम करें.
- उनको जीत के लिए बधाई देता हूं.
- धर्मेंद्र यादव ने जनता को भी सहयोग देने के लिए धन्यवाद दिया .
- धर्मेंद्र यादव ने कहा कि वो अपनी हार को स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन वह 18 हजार से नहीं केवल 10 हजार वोटों से हारे हैं.
- उन्होंने बिलसी विधानसभा में हुई काउंटिंग में गड़बड़ी पर सवाल उठाए.
- उन्होंने कहा कि करीब 8 हजार वोटों का हेरफेर हुआ है. उन्होंने डीएम से शिकयत की थी
- जब उनसे सवाल पूछा गया कि डीएम ने आपकी मांग को खारिज कर दिया है तब उन्होंने कहा कि डीएम लास्ट ऑथरिटी नहीं है. हम इसकी शिकायत ऊपर तक करेंगे.
एक बात तो तय है कि संघमित्रा मौर्य ने सपा के किले को ढहा कर बड़ी जीत हासिल की है. हालांकि वह ज्यादा वोटों से नहीं जीती हैं, लेकिन 30 सालों से सपा का गढ़ कहे जाने वाले बदायूं में बीजेपी ने सेंधमारी कर दी है.