आजमगढ़: ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए आजमगढ़ के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि गांव में विकास विभाग के माध्यम से बहुत सी चीजें जिले और प्रदेश में की जा सकती हैं. काफी चीजें प्रयास ना होने के कारण नहीं हो रही हैं. आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और पश्चिम बंगाल में मनरेगा के माध्यम से पार्क बने और प्रधानों ने वित्त आयोग से लेकर इसमें पैसे लगाए हैं.
- जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह नए वर्ष पर आजमगढ़ जनपद को बड़ा तोहफा देने जा रहे हैं.
- तोहफे में डीएम ने जिले के सभी 22 ब्लॉकों में दो-दो मनरेगा पार्क बनाने को कहा है.
- प्रत्येक ब्लॉक में एक ग्रामीण हाट की भी स्थापना की जाएगी.
- विकास विभाग के माध्यम से बहुत सी चीजें जिले और प्रदेश में की जा सकती हैं.
- आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, केरल और पश्चिम बंगाल में मनरेगा के माध्यम से पार्क बने हैं.
जिले में शुरू की जाने वाली इन योजनाओं का उद्देश्य है कि जनपद की बड़ी संख्या में समूह की दीदियां और आजीविका मिशन से जुड़े लोग, जिन्हें अपने उत्पादों के डिस्प्ले के लिए प्लेटफार्म नहीं मिल पाता है उनको प्लेटफार्म उपलब्ध कराया जा सके, ताकि वह अधिक से अधिक मुनाफा कमा सकें.
ग्राम विकास अधिकारियों से चर्चा कर जिले के प्रत्येक ब्लॉक में दो-दो मनरेगा पार्क बनाए जाने की योजना है. एक जनवरी को इसका शुभारंभ किया जाएगा. इसके तहत सभी 22 ब्लॉकों में एक ग्रामीण हाट की भी स्थापना की जाएगी. इसमें वित्त आयोग की धनराशि भी लगाई जाएगी. जिले में 22 स्थान चिन्हित किए गए हैं. समूह की दीदियों को कैंटीन चलाने के लिए 12 ब्लॉकों को चिन्हित किया गया है. कलेक्ट्रेट और विकास भवन में भी दीदियों से कैंटीन चलाए जाने की योजना पर विचार किया जा रहा है.
-नागेंद्र प्रताप सिंह, जिलाधिकारी