आजमगढ़: जनपद में जिला प्रशासन भले ही नकल विहीन परीक्षा कराने का दावा कर रहा है, लेकिन नकल माफिया लगातार जिला प्रशासन को खुली चुनौती दे रहे हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तमाम प्रयासों के बावजूद भी जनपद के 61 विद्यालयों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 500 से अधिक छात्र परीक्षा दे रहे हैं.
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्र दे रहे हैं परीक्षा
जनपद के जिलाधिकारी नागेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि जिस तरह से 61 विद्यालयों में 500 से अधिक छात्र पश्चिमी उत्तर प्रदेश के परीक्षा दे रहे हैं, निश्चित रूप से यह गंभीर मामला है. जिलाधिकारी का कहना है कि इस मामले की पूरी जांच कराई जा रही है कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के यह छात्र किन परिस्थितियों में आजमगढ़ में परीक्षा दे रहे हैं. जब इनके अटेंडेंस रजिस्टर की जांच करवाई गई तो उसमें 75% से अधिक की अटेंडेंस भी है.
विद्यार्थियों ने छोड़ी अपनी परीक्षा
जिलाधिकारी ने दावा किया कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है और जो भी लोग इसमें दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन द्वारा नकल माफियाओं के विरुद्ध शुरू किए गए अभियान का एक आसान और देखने को मिला. जब 22,000 विद्यार्थियों ने अपनी परीक्षा छोड़ दी. सबसे खास बात यह है कि कल हुए गणित के प्रश्न पत्र में 10,700 से अधिक छात्रों ने यह परीक्षा छोड़ दी.