आजमगढ़: जनपद के कर्बला मैदान पर CAA और NRC के विरोध में सपा, बसपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित संपूर्ण विपक्ष ने सरकार के खिलाफ लामबंद होकर प्रदर्शन किया. साथ ही विपक्षियों ने इस कानून में सुधार करने के साथ इसे वापस लिए जाने की गुहार लगाई.
CAA और NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी. मीडिया से बातचीत करते हुए आजमगढ़ जनपद की मुबारकपुर विधानसभा से बसपा विधायक शाह आलम गुड्डू जमाली ने कहा कि यह कानून संविधान के खिलाफ है. यह देश सेक्युलर है. जाति-धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जा सकता. उनका कहना है कि जाति वर्ग विशेष को नागरिकता न देना बेज्जती है और संविधान कमेटी में भी डॉक्टर मुखर्जी जैसे लोग थे, जिस तरह का काम भारतीय जनता पार्टी के लोग कर रहे हैं या हम लोगों की नहीं अपने लोगों की भी बेइज्जती कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के निर्वतमान जिलाध्यक्ष हवलदार यादव का कहना है कि इस कानून की देश में कोई जरूरत नहीं है. भारतीय जनता पार्टी की बुनियाद नफरत और घृणा की है. भाजपा पूंजीवादी और सांप्रदायिक पार्टी है और यही कारण है कि गरीब और गरीब होता जा रहा है और अमीर और अमीर हो रहा है. आम जनता का ध्यान बांटने के लिए केंद्र सरकार यह काला कानून लेकर आई है.
नेशनल शिब्ली कॉलेज की छात्रा का कहना है कि भारतीय संविधान में यह कहीं नहीं लिखा है कि जाति-धर्म के आधार पर एक्ट बना सकते हैं. छात्रा का कहना है कि जिस तरह का कानून केंद्र सरकार ने बनाया है, सरासर गलत और संविधान के विरुद्ध है और लगातार संविधान के विरुद्ध कार्य भी किया जा रहा है. यह सरकार ऐसी राजनीति कर रही है, जो हिंदू-मुस्लिम के विरोध में एकता को तोड़ना चाहती है पर जनता इनके मंसूबों पर पानी फेर रही है. बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल होने आई छात्राओं का कहना है कि जब तक इस एक्ट को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक यह प्रदर्शन चलता रहेगा.