आजमगढ़: तरवा थाना क्षेत्र में 14 अगस्त को दिनदहाड़े दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड के बाद गांव के लोग प्रशासन के खिलाफ आक्रोशित थे, जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की गाड़ी से कुचल कर एक और युवक सूरज की भी मौत हो गई थी. हत्या की वारदात और पुलिस की गाड़ी के नीचे आकर हुई युवक की मौत से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा था.
घटना की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोषियों के खिलाफ गैंगस्टर और रासुका के तहत कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. साथ ही पीड़ित परिजनों को 5 लाख की आर्थिक मदद भी दी थी. इसी कड़ी में शुक्रवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिजनों को एक-एक लाख की आर्थिक मदद भेजी है.
हाल ही में मृतक प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के संबंध में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, राज्यसभा सदस्य पीएल पुनिया और महाराष्ट्र सरकार के मंत्री तक पीड़ित परिजनों से मिलने आए थे, लेकिन जिला प्रशासन ने इन सभी नेताओं को सर्किट हाउस में नजरबंद कर दिया था. वहीं समाजवादी पार्टी और रावण सेना के नेता भी मृतक ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते के गांव जाने की कोशिश कर रहे थे, जिनको जिला प्रशासन ने नहीं जाने दिया.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अनसूचित विभाग के चेयरमैन आलोक प्रसाद और कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण सिंह मृतक ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते और पुलिस की गाड़ी से कुचल कर दम तोड़ने वाले युवक सूरज कुमार के परिजनों से मिलकर उन्हें प्रियंका गांधी द्वारा दिया गया शोक पत्र और एक-एक लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की. कांग्रेस जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह का कहना है कि पीड़ित परिजनों की लड़ाई में कांग्रेस पार्टी साथ खड़ी है.
बताते चलें कि 14 अगस्त को दिनदहाड़े दलित ग्राम प्रधान सत्यमेव जयते की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में तरवा थाने के इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज भी निलंबित किए जा चुके हैं. दलित ग्राम प्रधान की हत्या के बाद इस इलाके में तनाव बढ़ा हुआ था. गांव में सौहार्द बना रहे इसके लिए कई दिनों तक गांव में पुलिस और पीएसी तैनात की गई थी.