आजमगढ़: महाशिवरात्रि का पर्व चार मार्च यानि सोमवार को मनाया जाएगा. भगवान भोलेनाथ का स्वागत करने के लिए मंदिर तैयार हो गए हैं. भंवरनाथ मंदिर के पुजारी पंडित राजेश्वर पांडे ने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन मंदिर के कपाट सुबह साढ़े तीन बजे ही खुल जाएंगे, जिसके बाद पूजन अर्चन का कार्यक्रम देर रात तक चलता रहेगा.
ईटीवी भारत से बातचीत में मंदिर के पुजारी पंडित राजेश्वर पांडे ने कहा कि भंवरनाथ मंदिर की बड़ी महत्ता है. उन्होंने बताया कि यहां भगवान भोलेनाथ की प्रतिमा को जब खंडित करने का प्रयास किया गया तो भगवान शिव ने अपना अस्तित्व दिखाने के लिए यहां भंवरों के रूप में आए.
उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने प्रतिमा को खंडित करने का प्रयास किया, उन्हें बड़ी संख्या में भंवरों ने घेर लिया. जिसके बाद वह यहां से भाग खड़े हुए. इस घटना के बाद से इस मंदिर की महत्ता और अधिक बढ़ गई. उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि के दिन सुबह से खुलने वाले इस मंदिर में देर रात तक भक्तों का आना जाना लगा रहता है.
बताते चलें कि आजमगढ़ जनपद में भगवान शिव के अनेक मंदिर हैं, लेकिन भंवरनाथ का यह मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है और बड़ा पौराणिक महत्व समेटे हुए हैं. इस कारण इस मंदिर में काफी संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए आते हैं.