आजमगढ़ : 14 सितंबर को पूरे भारत सहित विश्व के तमाम हिस्सों में हिंदी दिवस मनाया गया. 14 सितंबर 1949 को हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था. लिहाजा देश के अलग-अलग हिस्सों में हिंदी दिवस को लोग खास तरीके से मनाते हैं. शनिवार को हिंदी दिवस के अवसर पर जिले में एक अनोखी चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई. इस चित्रकला प्रदर्शनी में किताबों के मुख्य पृष्ठ पर क से ज्ञ तक की वर्णमाला का चित्रांकन कर लोगों को हिंदी के लिए जागरूक किया गया.
डॉक्टर लीना मिश्रा ने कही ये बातें-
- डॉक्टर लीना मिश्रा ने कहा कि हिंदी के सम्मान के लिए यह चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई है.
- हिंदी साहित्य के प्रमुख पुस्तकों के मुख्य पृष्ठों पर क से लेकर ज्ञ तक का चित्रांकन किया गया है.
- साहित्य और कला के माध्यम से हिंदी को आगे बढ़ाने का संदेश दिया है.
- हम लोगों को हिंदी को आगे बढ़ाने के लिए कुछ करते रहना चाहिए, यह हमारी मातृभाषा है.
- इस तरह के कार्यक्रम को हम चाहते हैं कि अधिक संख्या में लोग देखें, जानें-समझे और मातृभाषा हिंदी को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दें.
छात्राओं में हिंदी दिवस को लेकर उत्सुकता-
- छात्रा वंशिका सेठ का कहना था कि क से ज्ञ तक का मुख्य पृष्ठ बनाया गया है, जिससे हम हिंदी भाषा को आगे बढ़ा सकें.
- कक्षा पांच की छात्रा कशिश का कहना है कि जिस तरह से यह चित्रकला प्रदर्शनी लगाई गई है, देखकर बहुत अच्छा लग रहा है.