आजमगढ़: जनपद के मंडलीय चिकित्सालय में 15 दिन पूर्व एक चिकित्सक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद से अस्पताल की ओपीडी सेवाएं पूरी तरीके से बंद कर दी गई हैं. जिससे यहां पर इलाज कराने आने वाले मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
मंडलीय चिकित्सालय में कार्यरत चिकित्सक 15 दिन पूर्व कोरोना वायरस पॉजिटिव पाए गए थे, अब उनकी रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है और पूरी तरीके से स्वस्थ भी हो चुके हैं. इसके बावजूद मंडलीय चिकित्सालय की ओपीडी सेवाएं बहाल नहीं हो सकी हैं. जिसके कारण यहां पर इलाज कराने वाले मरीजों को समस्या हो रही है.
अस्पताल में इलाज कराने आए रामाशीष ने ईटीवी भारत की टीम से कहा कि, डॉक्टर को दिखाने आया था पर कोई डॉक्टर बैठा नहीं है. इससे मरीजों बहुत परेशान हो रही है.
वहीं एक दूसरी मरीज नीतू ने कहा कि, 15 दिन पूर्व कोरोना वायरस मरीज पाए जाने के बाद से अस्पताल बंद कर दिया गया है. यहां 1 रुपये की पर्ची पर इलाज हो जाता है. बाहर डॉक्टर को 300 फीस देनी पड़ती है, जिसके कारण हम लोगों को काफी समस्या हो रही है.
बीते 15 दिनों से ओपीडी सेवाएं बंद हैं और डॉक्टर अपने घरों पर प्रैक्टिस कर रहे हैं. दूरदराज से आने वाले मरीजों को ओपीडी ना चलने के कारण बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
यह सिर्फ आजमगढ़ जनपद का ही मामला नहीं है. प्रदेश के सभी जनपदों में संक्रमण मिलने के बाद इमरजेंसी सेवाओं के अतिरिक्त सारी सेवाएं बंद कर दी गई हैं. ऊपर से निर्देश आने के बाद यह सेवाएं पुनः शुरू कर दी जाएंगी.
डॉ. ए.के. मिश्रा,मुख्य चिकित्सा अधिकारी