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आज़मगढ़: प्रेमी ने किया प्रेमिका के भाई का अपहरण, 20 दिन से गायब

उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में प्रेमिका की शादी तय होने से खफा प्रेमी ने उसके 12 साल के मासूम का अपहरण कर लिया. वहीं लापता बच्चे के परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा अभी जीवित है और पुलिस ने गलत खुलासा किया है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.

घर पर सन्नाटा और मातम.
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Published : Jul 19, 2019, 3:13 PM IST

आजमगढ़ः जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के बड़हरडीह गांव में एक प्रेमी ने प्रेमिका की शादी से मना करने और उसकी शादी कहीं और तय हो जाने से खफा हो गया. प्रेमी ने प्रेमिका के 12 वर्षीय भाई मनन का अपहरण कर लिया. जब पुलिस ने मामले की तफ्तीश की और आरोपी से सख्त पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या की बात कबूल की. आरोपी का कहना था कि उसने बच्चे की हत्या कर घाघरा नदी में फेंक दिया है. वहीं घटना के 20 दिन हो जाने के बाद बच्चे की लाश परिजनों को नहीं मिल सकी है.

शादी नही की तो प्रेमी ने किया प्रेमिका के भाई का अपहरण.


क्या है पूरा मामला-

  • लापता बच्चे के पिता (सीआरपीएफ जवान) का कहना है कि आरोपी ने उनकी बेटी को धमकी दी थी.
  • आरोपी ने कहा था कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगी तो उसके भाई की लाश शादी में उसे गिफ्ट करेगा.
  • इसके बाद उनका बेटा घर से लापता हो गया. पुलिस बच्चे की कोई लाश बरामद नहीं कर सकी है.
  • लाश न बरामद होने के कारण परिजन यह भी नहीं तय कर पा रहे हैं कि वह बच्चे का अंतिम संस्कार करें या नहीं.
  • आरोप है कि अपराधी ने उनके लापता बच्चे को कहीं छुपा कर रखा हुआ है.

नदी में फेंके जाने की बात बताने पर करीब सप्ताह भर तक गोताखोर लगाकर शव की तलाश की गई मगर कहीं पर शव नहीं मिला. पुलिस ने 6 जुलाई को नामजद आरोपी को जेल भेज दिया. पिता के पत्र लिखने पर सेना के बड़े अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस से सीधी बात की, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने मामले की जांच का आदेश दे दिया वहीं इसके बाद पुलिस लगातार मृतक मन्नन को खोजने के लिए हाथ-पांव मार रही है.

आजमगढ़ः जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के बड़हरडीह गांव में एक प्रेमी ने प्रेमिका की शादी से मना करने और उसकी शादी कहीं और तय हो जाने से खफा हो गया. प्रेमी ने प्रेमिका के 12 वर्षीय भाई मनन का अपहरण कर लिया. जब पुलिस ने मामले की तफ्तीश की और आरोपी से सख्त पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या की बात कबूल की. आरोपी का कहना था कि उसने बच्चे की हत्या कर घाघरा नदी में फेंक दिया है. वहीं घटना के 20 दिन हो जाने के बाद बच्चे की लाश परिजनों को नहीं मिल सकी है.

शादी नही की तो प्रेमी ने किया प्रेमिका के भाई का अपहरण.


क्या है पूरा मामला-

  • लापता बच्चे के पिता (सीआरपीएफ जवान) का कहना है कि आरोपी ने उनकी बेटी को धमकी दी थी.
  • आरोपी ने कहा था कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगी तो उसके भाई की लाश शादी में उसे गिफ्ट करेगा.
  • इसके बाद उनका बेटा घर से लापता हो गया. पुलिस बच्चे की कोई लाश बरामद नहीं कर सकी है.
  • लाश न बरामद होने के कारण परिजन यह भी नहीं तय कर पा रहे हैं कि वह बच्चे का अंतिम संस्कार करें या नहीं.
  • आरोप है कि अपराधी ने उनके लापता बच्चे को कहीं छुपा कर रखा हुआ है.

नदी में फेंके जाने की बात बताने पर करीब सप्ताह भर तक गोताखोर लगाकर शव की तलाश की गई मगर कहीं पर शव नहीं मिला. पुलिस ने 6 जुलाई को नामजद आरोपी को जेल भेज दिया. पिता के पत्र लिखने पर सेना के बड़े अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस से सीधी बात की, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने मामले की जांच का आदेश दे दिया वहीं इसके बाद पुलिस लगातार मृतक मन्नन को खोजने के लिए हाथ-पांव मार रही है.

Intro:इस खबर के विसुअल्स- रैप से गये है

एंकर- प्रेम में असफल होने और प्रेमिका की शादी तय होने से खफा प्रेमी ने उसके 12 साल के मासूम भाई का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी वही लापता बच्चे के परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा अभी जीवित है और पुलिस ने गलत खुलासा किया है।


Body:क्या है पूरा मामला-

वीवो1- आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के बड़हरडीह गांव मैं एक प्रेमी ने प्रेमिका की शादी से मना करने और उसकी शादी कहीं और तय हो जाने के बाद उसके 12 वर्षीय भाई मनन का अपहरण कर लिया वहीं जब पुलिस ने मामले की तफ्तीश की और आरोपी से सख्त पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या की बात कबूल ली आरोपी का कहना था कि उसने बच्चे की हत्या कर घाघरा नदी में फेंक दिया है वहीं घटना के 20 दिन हो जाने के बाद बच्चे की लाश परिजनों को नहीं मिल सकी है।

वीवो 2- लापता बच्चे के पिता और सीआरपीएफ जवान रणविजय सिंह का कहना है कि आरोपी ने उनकी बेटी को याद धमकी दी थी कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगी तो उसके भाई की लाश पर उसे गिफ्ट करेगा जिसके बाद उनका बेटा घर से लापता हो गया वहीं जब इस मामले में उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई तो आरोपी से सख्त पूछताछ हुई और उसने बच्चे को मारने का दावा किया जबकि पुलिस बच्चे की कोई लाश बरामद नहीं कर सकी है। बच्चे के पिता का कहना है कि अगर उनका बेटा अमृत है तो पुलिस आखिर उसकी लाश उन तक क्यों नहीं पहुंचा रही है और अगर जीवित है तो पुलिस उसे खोजने में क्यों नाकाम हो रही है। इन्हीं सबके बीच परिजन यह भी नहीं तय कर पा रहे हैं कि वह बच्चे का अंतिम संस्कार कैसे करें और उनके घर पर सन्नाटा व मातम पसरा हुआ है।

परिजनों का आरोप है कि अपराधियों ने उनके लापता बच्चे को कहीं छुपा कर रखा हुआ है और पुलिस उसकी जानकारी नहीं लगा पा रही है और पुलिस को आरोपी बरगलाने का काम कर रहे हैं। वही नदी में फेंके जाने की बात बताने पर करीब सप्ताह भर तक गोताखोर लगाकर शव की तलाश की गई मगर कहीं पर शव नहीं मिला पुलिस ने 6 जुलाई को नामजद आरोपी को जेल भेज दिया




Conclusion:एसपी ,डीआईजी सहित सभी तमाम अधिकारियों से गुहार लगाने के बाद भी जब सेना के जवान को न्याय नहीं मिला तो उसने अपने कमांडेंट से न्याय की गुहार लगाई जिसके बाद कमांडेंट ने आजमगढ़ के कप्तान को एक पत्र लिखकर पूरे मामले कर निष्पक्ष पर्दाफाश करने की बात कही।

मामले ने तूल तब पकड़ा जब सेना के बड़े अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस से सीधी बात की जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने भी मामले की जांच का आदेश दे दिया वहीं इसके बाद पुलिस लगातार मन्नन को खोजने के लिए हाथ-पांव मार रही है लेकिन करीब 20 दिनों के बाद भी नतीजा शून्य है।

प्रत्युष सिंह
7571094826

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