आजमगढ़ः जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के बड़हरडीह गांव में एक प्रेमी ने प्रेमिका की शादी से मना करने और उसकी शादी कहीं और तय हो जाने से खफा हो गया. प्रेमी ने प्रेमिका के 12 वर्षीय भाई मनन का अपहरण कर लिया. जब पुलिस ने मामले की तफ्तीश की और आरोपी से सख्त पूछताछ की तो उसने बच्चे की हत्या की बात कबूल की. आरोपी का कहना था कि उसने बच्चे की हत्या कर घाघरा नदी में फेंक दिया है. वहीं घटना के 20 दिन हो जाने के बाद बच्चे की लाश परिजनों को नहीं मिल सकी है.
क्या है पूरा मामला-
- लापता बच्चे के पिता (सीआरपीएफ जवान) का कहना है कि आरोपी ने उनकी बेटी को धमकी दी थी.
- आरोपी ने कहा था कि अगर वह उससे शादी नहीं करेगी तो उसके भाई की लाश शादी में उसे गिफ्ट करेगा.
- इसके बाद उनका बेटा घर से लापता हो गया. पुलिस बच्चे की कोई लाश बरामद नहीं कर सकी है.
- लाश न बरामद होने के कारण परिजन यह भी नहीं तय कर पा रहे हैं कि वह बच्चे का अंतिम संस्कार करें या नहीं.
- आरोप है कि अपराधी ने उनके लापता बच्चे को कहीं छुपा कर रखा हुआ है.
नदी में फेंके जाने की बात बताने पर करीब सप्ताह भर तक गोताखोर लगाकर शव की तलाश की गई मगर कहीं पर शव नहीं मिला. पुलिस ने 6 जुलाई को नामजद आरोपी को जेल भेज दिया. पिता के पत्र लिखने पर सेना के बड़े अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस से सीधी बात की, जिसके बाद डीजीपी ओपी सिंह ने मामले की जांच का आदेश दे दिया वहीं इसके बाद पुलिस लगातार मृतक मन्नन को खोजने के लिए हाथ-पांव मार रही है.