आजमगढ़ : जिले के होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज व अस्पतालों में वर्ष 2017 में संविदा के विभिन्न पदों पर नियुक्तियां हुई थी. आरोप है कि पूरी भर्ती प्रक्रिया में जमकर अनियमितता और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया.
भ्रष्टाचार का है आरोप -
- वर्ष 2017 में प्रदेश सरकार ने राजकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल में विभिन्न पदों के लिए संविदा पर भर्ती की थी.
- आरटीआई एक्टिविस्ट पतरुराम विश्वकर्मा का आरोप है कि पूरी भर्ती प्रक्रिया में जमकर भ्रष्टाचार किया गया.
- आरोप यह है कि 2 माह के इंटरव्यू को महज 2 दिनों में समाप्त कराया गया.
- वहीं चयन समिति के अध्यक्ष व निर्देशक डॉ. वीके विमल ने अपनी पत्नी की नियुक्ति भी की.
- उनकी पत्नी ने 1974 में हाई स्कूल 1975 में इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, जो पूरी तरह गलत था.
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चयन समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष डॉ. आनंद कुमार चतुर्वेदी बनाए गए थे. जो राजकीय होम्योपैथिक कॉलेज इलाहाबाद के प्राचार्य थे .उनके और डॉ. आर के मिश्रा द्वारा बातचीत के दौरान अनंत कुमार चतुर्वेदी ने स्वीकार किया कि भर्ती के करोड़ों रुपये मंत्री और सचिव में बांटा गया. इस मामले में मुख्यमंत्री से मांग की है कि जो भी दोषी हो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर एसआईटी की जांच की जाए.
- पतरुराम विश्वकर्मा, आरटीआई एक्टिविस्ट