आजमगढ़: बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर शासन के निर्देश के बाद पुलिस लगातार शिकंजा कस रही है. मुख्तार के गुर्गों की संपत्ति जब्त करने, उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने के बाद पुलिस ने मुख्तार अंसारी और उनके पांच गुर्गों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की है. यह कार्रवाई वर्ष 2014 में ठेकेदारी में वर्चश्व की लड़ाई में अत्याधुनिक हथियारों से मजदूर की हत्या के मामले में की गई. पुलिस की कार्रवाई से मुख्तार के करीबियों में हड़कंप मचा हुआ है.
वर्ष 2014 में फरवरी माह में तरवां थाना क्षेत्र के ऐरा कला पोखरा के पास निर्माण कार्य चल रहा था. उस समय मुख्तार गैंग ने दहशत फैलाने और ठेकेदारी में अपना वर्चश्व कायम करने के लिए अत्याधुनिक हथियारों से अंधाधुंध फायरिंग की थी. गोलीबारी में बिहार प्रांत के गया का रहने वाला मजदूर राम इकबाल घायल हो गया था. बाद में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी. उस समय इस मामले में आधा दर्जन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने जब मामले की विवेचना की तो पता चला पूरा खेल मुख्तार अंसारी गैंग का था. वादी भी इस हत्याकांड में शामिल था. इस मामले में पुलिस ने मुख्तार अंसारी और उनके पांच गुर्गो के खिलाफ एफआईआर तरमीम कर कार्रवाई की थी. उस मामले में अब पुलिस ने विधायक मुख्तार अंसारी और उनके पांच गुर्गों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट की कार्रवाई की है.
बता दें कि अभी हाल में पुलिस ने मुख्तार के गुर्गों द्वारा अवैध रूप से कब्जा की गई भूमि को कब्जा मुक्त कराने के साथ ही संपत्ति जब्ती की कार्रवाई की थी. यही नहीं मुख्तार के दस करीबियों का असलहा लाइसेंस रद्द किया गया था. पिछले दिनों पुलिस द्वारा मुख्तार गैंग को असलहा सप्लाई करने वाले पांच लोगों को एके-47 की कारतूस से साथ पुलिस ने तरवां थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस आधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि मुख्तार अंसारी और उनके पांच गुर्गों के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. गैंग से जुड़े अन्य लोगों को भी चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है.